छत्तीसगढ़-कोरबा में ट्रैकर डॉग बाघा पहुंचा माता के दरबार, मत्था टेककर लिया मां से आशीर्वाद

कोरबा. नवरात्रि के अवसर पर जब समस्त संसार मां दुर्गा की भक्ति में लीन है तो ऐसे में जिला पुलिस बल के खास सहयोगी ट्रैकर डॉग बाघा ने भी मां…

छत्तीसगढ़-कोरबा में ट्रैकर डॉग बाघा पहुंचा माता के दरबार, मत्था टेककर लिया मां से आशीर्वाद

कोरबा.

नवरात्रि के अवसर पर जब समस्त संसार मां दुर्गा की भक्ति में लीन है तो ऐसे में जिला पुलिस बल के खास सहयोगी ट्रैकर डॉग बाघा ने भी मां सर्वमंगला के दरबार पहुंचकर अपनी हाजिरी लगाई। बाघा को मंदिर में पूजा करते देख लोगों में कौतूहल रहा और उसकी फोटो भी खींचते रहे। डॉग मास्टर सुनील गुप्ता के साथ पहुंचे बाघा ने सबसे पहले काल भैरव का दर्शन किया और उसके बाद मां सर्वमंगला के सामने हाथ जोड़कर आशीर्वाद लिया।

पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक, मां दुर्गा की पूजा-आराधना तब तक अधूरी रहती है, जब तक कि काल भैरव का दर्शन ना किया जाए। मां की पूजा से पहले काल भैरव की पूजा आराधना करना जरूरी होता है और काल भैरव का वाहन श्वान है। बाघा एक ट्रैकर डॉग है, जो विशेष कार्य क्षमता रखने के कारण जिला पुलिस बल का खास सहयोगी है। इसने अपनी पदस्थापना के बाद से कई बड़े-बड़े चुनौतीपूर्ण मामलों को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और कोरबा पुलिस को इस पर नाज है। बाघा के डॉग मास्टर सुनील गुप्ता ने बताया कि बाघा पुलिस विभाग का डॉग है, जिसकी हत्या और चोरी जैसे कई मामलों में आरोपियों को पकड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका रही है। डॉग बाघा को ट्रेन किया गया है। वह दी गए ट्रेनिंग के सभी गुर को अच्छी तरह जानता है, उसी में एक पूजा पाठ भी जुड़ा हुआ है। मंदिर में पूजा पाठ के दौरान वह सावधान की स्थिति में खड़े होकर हाथ जोड़कर खड़ा हो जाता है। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी वह मां सर्वमंगला मंदिर के दरबार पहुंचा और अपने उपस्थिति दर्ज की। डॉग मास्टर सुनील गुप्ता का कहना है कि हर वर्ष नवरात्रि में मां का आशीर्वाद लेने पहुंचते हैं। मां के आशीर्वाद से जिले में कई बड़े मामलों में डॉग बाघा की महत्वपूर्ण भूमिका रही है और आगे भी रहेगी। इस कामना के साथ वह आज डॉग बाघा को लेकर मंदिर आए हुए थे। पिछले कई वर्षों से वह लेकर आ रहे हैं।