रामलीला मैदान में आज शाम होगा भव्य दशहरा कार्यक्रम, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और पीएम मोदी होंगे शामिल
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दिल्ली के रामलीला मैदान में श्री धार्मिक लीला समिति द्वारा आयोजित दशहरा कार्यक्रम में शामिल होंगे। धार्मिक लीला समिति के महासचिव धीरज…
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दिल्ली के रामलीला मैदान में श्री धार्मिक लीला समिति द्वारा आयोजित दशहरा कार्यक्रम में शामिल होंगे। धार्मिक लीला समिति के महासचिव धीरज धर गुप्ता ने बताया कि कार्यक्रम आज शाम 5.30 बजे शुरू होगा।इसी बीच राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज विजयादशमी के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दीं। विजयादशमी के पावन अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा, ''मैं सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देती हूं। यह अन्याय पर न्याय की जीत का पर्व है। यह पर्व सत्य और नैतिकता के मूल्यों में हमारी आस्था का प्रतीक है।
पीएम मोदी ने भी किया पोस्ट
पीएम मोदी ने भी इस अवसर पर बधाई दी। पीएम ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा,
इस अवसर पर हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी न्याय का पक्ष लेंगे। मेरी कामना है कि यह पावन पर्व सभी के जीवन में खुशियां और समृद्धि लाए और हमारा देश हमेशा विकास के पथ पर आगे बढ़ता रहे। विजयदशमी पर देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। मां दुर्गा और भगवान श्री राम के आशीर्वाद से मैं कामना करता हूं कि आप सभी जीवन के हर क्षेत्र में विजय प्राप्त करें।
रामलीला मैदान में शाम 5.30 बजे से शुरू होगा कार्यक्रम
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दिल्ली के रामलीला मैदान में श्री धार्मिक लीला समिति द्वारा आयोजित दशहरा कार्यक्रम में शामिल होंगे। धार्मिक लीला समिति के महासचिव धीरज धर गुप्ता ने एएनआई को बताया कि कार्यक्रम आज शाम 5.30 बजे शुरू होगा।
धीरज धर गुप्ता ने कहा, "यह हमारा 101वां वर्ष है। सभी कार्यक्रम बहुत अच्छे से आयोजित किए गए। पुलिस अधिकारियों ने कार्यक्रम के प्रबंधन में हमारी मदद की। आमतौर पर रावण की ऊंचाई 70 फीट होती है। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में शामिल होने के मद्देनजर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। कल के कार्यक्रम की सुरक्षा का जिम्मा स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) संभाल रहा है।''
बता दें कि विजयदशमी का त्यौहार देश के लगभग हर हिस्से में मनाया जाता है। यह त्यौहार दिवाली की तैयारियों की भी शुरुआत करता है, जो विजयदशमी के बीस दिन बाद मनाया जाता है।