कराची और इस्लामाबाद की सुरक्षा में पाक सेना की भूमिका, शहबाज सरकार की रणनीति
महंगाई और आतंकवाद से जूझ रहे पाकिस्तान में 15-16 अक्टूबर को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। हालांकि, एससीओ बैठक से पहले पाकिस्तानी की सबसे बड़ी…
महंगाई और आतंकवाद से जूझ रहे पाकिस्तान में 15-16 अक्टूबर को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। हालांकि, एससीओ बैठक से पहले पाकिस्तानी की सबसे बड़ी चिंता कराची शहर की कानून-व्यवस्था है।
कराची-इस्लामाबाद शहर की सुरक्षा करेगी सेना
देश की राजधानी में मर्डर और लूटपाट की घटना आम है। एससीओ की बैठक के दौरान कराची में कानून-व्यवस्था बनी रहे इसके लिए शहबाज सरकार ने फैसला किया है कि सम्मेलन के दौरान पाकिस्तान आर्मी, रेंजर्स, फ्रंटियर कोर्प्स (एफसी), और पंजाब पुलिस के अतिरिक्त कर्मियों को सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात किया जाएगा। सेना कराची के सरकारी भवनों और इस्लामाबाद के रेड जोन की सुरक्षा करेगी।
विदेश मंत्री जयशंकर होंगे बैठक में शामिल
बता दें कि एससीओ में आठ सदस्य देश हैं। इस बार भारत भी एससीओ में भाग लेने वाला है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि विदेश मंत्री एस जयशंकर 15 और 16 अक्टूबर को इस्लामाबाद में होने वाले एससीओ शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। हालांकि, इस बात की जानकारी सामने नहीं आई है कि बैठक के दौरान विदेश मंत्री जयशंकर किसी पाकिस्तानी नेता से मुलाकात करेंगे या नहीं।