हिमाचल और कश्मीर में बर्फबारी, मैदानी इलाकों में बारिश का सिलसिला जारी
उत्तर भारत के पहाड़ों से लेकर पूर्वी भारत तक तेज वर्षा का दौर अब भी जारी है। इससे लोगों की परेशानियां बढ़ी हुई हैं। वहीं, अब हिमाचल और जम्मू कश्मीर…
उत्तर भारत के पहाड़ों से लेकर पूर्वी भारत तक तेज वर्षा का दौर अब भी जारी है। इससे लोगों की परेशानियां बढ़ी हुई हैं। वहीं, अब हिमाचल और जम्मू कश्मीर के उच्च क्षेत्रों में हिमपात भी शुरू हो गया है। इससे बढ़ी गर्मी से राहत मिलने लगी है। हिमाचल में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है।
शुक्रवार को हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में कहीं वर्षा तो कहीं हिमपात हुआ। हिमाचल में अधिकतर स्थानों पर बादल छाए रहे। उत्तराखंड में भी पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की वर्षा का क्रम जारी रहा। मौसम विभाग ने उत्तराखंड के कई जिलों में तेज वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है। इसी तरह बिहार के भी 10 से ज्यादा जिलों के लिए अगले 24 घंटे के भीतर फ्लैश फ्लड का अलर्ट जारी किया है।
हिमाचल में रोहतांग, शिंकुला व बारालाचा में हिमपात
हिमाचल में शुक्रवार को कांगड़ा, ऊना, बिलासपुर व शिमला में वर्षा हुई तो रोहतांग, शिंकुला व बारालाचा में हिमपात हुआ है। वर्षा और हिमपात के कारण अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री की गिरावट आई है। विशेषज्ञों के अनुसार, मौसम में यह बदलाव और वर्षा धान की फसल के लिए ठीक नहीं है। वहीं, बुधवार और गुरुवार को हुई वर्षा के कारण प्रदेश में 33 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं। आठ ट्रांसफार्मर खराब हैं, जिस कारण कुछ क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित है।
गुलमर्ग में मौसम की पहली बर्फबारी
कश्मीर में पिछले कई दिनों से तापमान के सामान्य से ऊपर बने रहने से गर्मी की चपेट में आई घाटी में शुक्रवार को मौसम ने करवट बदली। पर्यटनस्थल गुलमर्ग के अफरवट, गुरेज, राजदान टाप, सिंथन टाप और अन्य उच्च पर्वतीय इलाकों में मौसम की पहली बर्फबारी और श्रीनगर समेत निचले इलाकों में तेज वर्षा हुई। जम्मू संभाग में सुबह तेज वर्षा से तापमान में गिरावट आई है। कुछ जगहों पर सुबह आंधी और तेज वर्षा से धान की फसल को नुकसान हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार 28 सितंबर से मौसम में सुधार आना शुरू हो जाएगा। पांच अक्टूबर तक मौसम शुष्क बना रहेगा। हालांकि शनिवार को कुछेक उच्च पर्वतीय इलाकों में हल्की वर्षा हो सकती है।
उत्तराखंड के छह जिलों में तीव्र वर्षा के आसार
उत्तराखंड में शुक्रवार को भी पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की वर्षा का क्रम जारी रहा। बीते दो दिनों में राज्य के अधिकतर क्षेत्रों में रुक-रुककर वर्षा हो रही है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम ¨सह के अनुसार, शनिवार को पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा, चंपावत, नैनीताल और ऊधम¨सह नगर में गरज-चमक के साथ तीव्र वर्षा के दौर हो सकते हैं। इन जिलों में वर्षा का यलो अलर्ट जारी किया गया है। इसी के साथ तीन अक्टूबर तक मानसून उत्तराखंड से विदा हो सकता है।
बिहार में आकस्मिक बाढ़ का अलर्ट
बिहार में बागमती खतरे के निशान के पार बह रही है तो कोसी व गंडक भी उफान पर हैं। बिहार में अगले 24 घंटे के भीतर पटना सहित 13 जिलों में फ्लैश फ्लड (आकस्मिक बाढ़) का अलर्ट जारी किया गया है। जिन जिलों मे फ्लैश फ्लड का अलर्ट है उनके जिलाधिकारियों को आपदा प्रबंधन विभाग ने चेतावनी भेजी है। वहीं, पांच जिलों में अत्यधिक वर्षा की चेतावनी दी गई है।
वर्षा से बिगड़ी दार्जिलिंग की सूरत
पूरे विश्व में मशहूर पर्यटन स्थल बंगाल के दार्जि¨लग की सूरत इन दिनों भारी वर्षा से बिगड़ गई है। इससे न केवल पर्वतीय क्षेत्र में आम लोगों की परेशानी बढ़ गई है बल्कि देश-दुनियां से पर्यटकों के आने पर भी ब्रेक लग गया है। शनिवार को भी राहत मिलने की संभावना नहीं है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार शनिवार तक पहाड़ और मैदानी इलाकों में तेज वर्षा की चेतावनी दी गई है। वहीं, लगातार चार दिनों की वर्षा और भूस्खलन के कारण लोग परेशान हैं।