नीतीश कुमार के पालाबदल से NDA का क्या होगा, RJD-कांग्रेस को कितनी सीटें; क्या है सर्वे…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में ‘अबकी बार 400 पार’ का नारा दिया है। इसमें उन्होंने अकेले बीजेपी के 370 से अधिक सीटें आने का दावा किया है। पीएम मोदी…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में ‘अबकी बार 400 पार’ का नारा दिया है।
इसमें उन्होंने अकेले बीजेपी के 370 से अधिक सीटें आने का दावा किया है। पीएम मोदी के द्वारा तय किए इस लक्ष्य को पाने के लिए बिहार और उत्तर प्रदेश में क्लीन स्वीप करना बीजेपी के लिए काफी जरूरी है।
दोनों राज्य मिलाकर 120 सीटें हैं। बिहार में नीतीश कुमार के साथ आने के बाद एनडीए की स्थिति मजबूत हो गई है। जेडीयू और बीजेपी के तमाम नेता 40 की 40 सीटें जीतने का दावा कर रहे हैं।
हालांकि, ताजा सर्वे में ऐसे परिणाम सामने निकलकर नहीं आए हैं।
टाइम्स नाऊ और मैट्रिज एनसी ने हाल ही में देश के सभी 543 लोकसभा सीटों का सर्वे किया। इसमें यह जानने की कोशिश की गई है कि वर्तमान राजनीतिक हालात किसके पक्ष में जा रहे हैं।
इसमें बिहार की सभी 40 सीटों पर भी सर्वे हुआ है। सर्वे के नतीजों के मुताबिक, नीतीश कुमार के साथ आने से बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को फायदा पहुंचा है।
2019 के लोकसभा चुनाव के नतीजों की तुलना कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन में शामिल कांग्रेस और आरजेडी की सीटों की संख्या में इजाफा होता दिख रहा है, लेकिन दोनों ही पार्टियां काफी पीछे रह जा रही हैं।
दोनों मिलकार 5 सीटें जीतने में सफल होती दिख रही हैं। आपको बता दें कि कुछ समय पहले तक जब तक नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन में शामिल थे तो बिहार की स्थिति विपक्ष के लिए राहत वाली थी।
नीतीश के साथ आने से NDA को कितना फायदा?
नीतीश कुमार ने बीते 28 जनवरी को बीजेपी के साथ मिलकर नौवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। इसके बाद राज्य के समीकरण पूरी तरह से बदल गए हैं।
सर्वे के नतीजों पर गौर करें तो 41 प्रतिशत लोगों का मानना है कि नीतीश कुमार के साथ आने से बिहार में एनडीए को बहुत अधिक फायदा होगा।
वहीं, सर्वे में शामिल 21 प्रतिशत लोगों का मत है कि इससे कुछ हद तक ही फायदा होगा। वहीं, 22 प्रतिशत लोग मानते हैं कि इससे एनडीए को कुछ फायदा नहीं होने वाला है।
बिहार में कब तक चलेगा गठबंधन?
सर्वे में शामिल 21 प्रतिशत लोगों का मत है कि लोकसभा चुनाव के बाद नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू और बीजेपी का गठबंधन टूट जाएगा।
वहीं, 34 प्रतिशत लोग मानते हैं कि 2025 में बिहार विधानसभा चुनाव के करीब जाकर दोनों दलों के रिश्ते टूटेंगे। वहीं, 26 प्रतिशत लोग मानते हैं कि दोनों दलों का गठबंधन अब अटूट रहेगा।
बिहार में किसे कितनी सीटें?
सर्वे में शामिल लोगों के मुताबिक, लोकसभा चुनाव में बीजेपी और जेडीयू गठबंधन को राज्य की 40 लोकसभा सीटों में से 35 पर जीत हासिल होगी।
वहीं, इंडिया गठबंधन के खाते में 5 सीटें जाती दिख रही हैं। आपको बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में जेडीयू, बीजेपी और लोजपा गठबंधन ने चुनाव लड़ा था।
उनमें से 39 सीटों पर कब्जा किया था। एक सीट कांग्रेस के खाते में गई थी। राजद का खाता तक नहीं खुला था।