पाकिस्तान को भारत ने बर्बाद नहीं किया, नवाज शरीफ ने बताया कौन है जिम्मेदार…
पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने मंगलवार को कहा कि न तो भारत और न ही अमेरिका, पाकिस्तान में नकदी संकट के लिए जिम्मेदार है। उन्होंने यह भी कहा कि हमने…
पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने मंगलवार को कहा कि न तो भारत और न ही अमेरिका, पाकिस्तान में नकदी संकट के लिए जिम्मेदार है।
उन्होंने यह भी कहा कि हमने अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारी बै।
उन्होंने परोक्ष रूप से पाकिस्तान की सेना पर हमला किया। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के टिकट के दावेदारों के साथ बातचीत के दौरान नवाज शरीफ ने कहा कि उन्हें 1993, 1999 और 2017 में तीन बार सत्ता से बेदखल किया गया था। उ
न्होंने कहा, “आज पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था जहां पहुंच गई है उसके लिए भारत, अमेरिका या यहां तक कि अफगानिस्तान जिम्मेदार नहीं है। वास्तव में हमने अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली है।”
नवाज शरीफ ने कहा, “जब वे संविधान तोड़ते हैं तो न्यायाधीश उन्हें (सैन्य तानाशाहों को) माला पहनाते हैं और उनके शासन को वैध बनाते हैं।
जब बात प्रधानमंत्री की आती है तो न्यायाधीश उसे पद से हटाने पर मुहर लगा देते हैं। न्यायाधीश संसद को भंग करने के कृत्य को भी मंजूरी देते हैं। ऐसा क्यों?”
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के सुप्रीमो ने 2017 में उन्हें सत्ता से बेदखल करने में पूर्व आईएसआई प्रमुख जनरल फैज हामिद पर हमला बोला। उन्हेंने कहा, “उन लोगों (फैज हामिद और अन्य) के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एक मामला दर्ज कराया गया है, जिन्होंने कहा था कि यदि नवाज जेल से बाहर आएंगे तो उनकी दो साल की मेहनत बर्बाद हो जाएगी।”
आपको बता दें कि नवाज शरीफ चार साल का निर्वासन समाप्त करके अक्टूबर में लंदन से पाकिस्तान लौटे थे। पाकिस्तान की इतिहास में वह एकमात्र राजनेता हैं जो रिकॉर्ड तीन बार प्रधानमंत्री बने।
सोमवार को नवाज शरीफ ने कहा कि 1999 में मैं सुबह प्रधानमंत्री था और शाम को मुझे अपहरणकर्ता घोषित कर दिया गया। इसी तरह 2017 में अपने बेटे से वेतन नहीं लेने के कारण मुझे सत्ता से बाहर कर दिया गया।
उन्होंने अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ सुप्रीमो इमरान खान का जिक्र करते हुए कहा, “सेना ने इसलिए ऐसा किया क्योंकि वे अपने चुने हुए व्यक्ति को सत्ता में लाना चाहते थे।”
पिछले हफ्ते नवाज शरीफ को अल-अजीजिया स्टील मिल भ्रष्टाचार मामले में बरी कर दिया गया था।
उन्हें एवेनफील्ड भ्रष्टाचार मामले में पहले ही बरी कर दिया गया है, जिसमें उन्हें जुलाई 2018 में दोषी ठहराया गया था और दस साल जेल की सजा सुनाई गई थी। फ्लैगशिप भ्रष्टाचार मामले में भी उन्हें राहत मिली है।