“Teachers Day 2024: स्कूल के दिनों की याद दिलाने वाले टीचर्स, ‘मिस ब्रिगेंजा’ से ‘वायरस’ तक”

बच्चों की जिंदगी में टीचर्स का एक महत्वपूर्ण योगदान रहा है। बचपन में दो ढाई साल के बाद बच्चे अपना सबसे ज्यादा समय स्कूल में अपने शिक्षकों के साथ ही…

“Teachers Day 2024: स्कूल के दिनों की याद दिलाने वाले टीचर्स, ‘मिस ब्रिगेंजा’ से ‘वायरस’ तक”

बच्चों की जिंदगी में टीचर्स का एक महत्वपूर्ण योगदान रहा है। बचपन में दो ढाई साल के बाद बच्चे अपना सबसे ज्यादा समय स्कूल में अपने शिक्षकों के साथ ही बिताते हैं। स्कूल टाइम में हम भी अलग-अलग तरह के टीचर से मिलते हैं।

कुछ प्यार से समझाते हैं और कुछ फटकार से, लेकिन वह ऐसा बहुत कुछ सिखाते हैं, जो आगे चलकर हमारी जिंदगी में काफी काम आता है। स्कूल समय में कोई न कोई टीचर जरूर होती है, जो हमें सबसे ज्यादा पसंद होती है।

कई ऐसे होते हैं, जिन्हें हम सिर्फ उनकी स्ट्रिक्टनेस के लिए सारी जिंदगी याद रखते हैं। बॉलीवुड फिल्मों में भी टीचर्स के अलग-अलग रूप दिखाए हैं। आमिर खान से सुष्मिता और अर्चना पूरन सिंह सहित कई सितारों ने पर्दे पर टीचर्स के किरदार निभाए, जो आज यादगार बन चुके हैं। इन बॉलीवुड स्टार्स के किरदारों में से कोई न कोई तो आपको आपके स्कूल टाइम की याद दिला ही देगा, चलिए फटाफट से देखते हैं लिस्ट।

मिस ब्रिगेंजा
कुछ कुछ होता है कि मिस ब्रिगेंजा को हम इस टीचर्स डे के मौके पर कैसे भूल जाए। शाह रुख खान-काजोल और रानी मुखर्जी स्टारर इस फिल्म में अर्चना पूरन सिंह ने इस किरदार को आइकॉनिक बना दिया है। निश्चित तौर पर आप भी इस तरह की टीचर से मिले होंगे, जो सबसे 'कूल' हुआ करती थीं।

वायरस
थ्री-इडियट्स के टीचर वायरस अक्सर स्कूल के दिनों के उन शिक्षकों की याद दिला देते हैं, जिनका बाहर से नारियल की तरह सख्त होते हैं, ताकि उनके स्टूडेंट अच्छे ग्रेड लाए और स्कूल ना नाम रोशन करें और अपनी लाइफ में डिसिप्लिन फॉलो करें, लेकिन उनके दिल के नरम होते हैं।

मिस चांदनी
इस लिस्ट में शाह रुख खान की फिल्म 'मैं हूं ना' भी शामिल है, जिसमें सुष्मिता सेन ने मिस चांदनी का किरदार अदा किया था। इस किरदार से वह सबकी पसंदीदा अभिनेत्री बन गई थीं। मैं हूं ना के 'राम' की तरह ही स्कूल में कोई न कोई स्टूडेंट ऐसा होता ही है, जिसे अपनी टीचर पर क्रश हो जाता है और वह उनकी लाइफटाइम फेवरेट टीचर बन जाती हैं।

निकुंभ
'तारे जमीन पर' फिल्म ही टीचर और स्टूडेंट की बॉन्डिंग पर बेस्ड स्टोरी है। एक ऐसे बच्चे की कहानी, जो डिस्लेक्सिया नामक बीमारी से जूझता है। अन्य बच्चों के मुकाबले उसे चीजें सीखने में काफी समय लगता है।

जहां उसके माता-पिता उसे नहीं समझ पाते और वीक होने पर उसको डांट-फटकार लगाते हैं, तो वहीं रामशंकर निकुंभ उसको पढ़ाई लिखाई करवाने के साथ-साथ उसके टैलेंट को भी निखारता है। निकुंभ टीचर का किरदार फिल्म में आमिर खान ने बहुत ही बखूबी से निभाया था।

नैना माथुर

कुछ करने का जज्बा हो तो आपको कोई नहीं रोक सकता। यही बात सिखाती हैं हिचकी की टीचर नैना माथुर। इस किरदार को रानी मुखर्जी ने निभाया था, जो टूरेट सिंड्रोम नामक बीमारी से जूझती है। स्कूल में बच्चों को पढ़ाने जाती है, लेकिन वहां भी नैना माथुर का मजाक उड़ता है। हालांकि, वह अपने टीचिंग करियर पर कभी हार नहीं मानती और शैतान बच्चों की फेवरेट बन जाती है।

आनंद कुमार

ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) भी फिल्मी पर्दे पर मैथमैटिक्स टीचर का किरदार अदा कर चुके हैं। ये एक ऐसे टीचर की कहानी है, जो खुद एक गरीब परिवार से होता है और ये देख सकता है कि IIT में एडमिशन लेने के लिए कई ऐसे बच्चे हैं, जिनके पास पैसे तक नहीं है।
वह अपनी 'सुपर-30' की क्लास में नीचे तबके के बच्चों को निशुल्क पढ़ाते थे। ये कहानी बिहार के रियल लाइफ टीचर की जिंदगी पर आधारित है।