गिरगिट हैं नीतीश कुमार, मोदी ने निकाला पालाबदल का मुहूर्त, ऐन वक्त पर हमें झटका दिया: कांग्रेस…

नीतीश कुमार के पाला बदलकर भाजपा के संग आने से कांग्रेस बेहद नाराज है। यही नहीं नीतीश कुमार के इस ‘हृदय परिवर्तन’ के लिए कांग्रेस ने उनकी तुलना गिरगिट तक…

गिरगिट हैं नीतीश कुमार, मोदी ने निकाला पालाबदल का मुहूर्त, ऐन वक्त पर हमें झटका दिया: कांग्रेस…

नीतीश कुमार के पाला बदलकर भाजपा के संग आने से कांग्रेस बेहद नाराज है। यही नहीं नीतीश कुमार के इस ‘हृदय परिवर्तन’ के लिए कांग्रेस ने उनकी तुलना गिरगिट तक से कर दी है।

कांग्रेस के नेता जयराम रमेश ने नीतीश कुमार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उनकी हरकतों से गिरगिट भी शरमा जाएगा। उन्होंने कहा, ‘नीतीश कुमार ने 23 अक्टूबर को पटना में मीटिंग बुलाई थी।

इसमें 18 पार्टियां मौजूद थीं। इसके बाद बेंगलुरु और मुंबई में भी मीटिंग हुई। नीतीश कुमार ने कोई संकेत नहीं दिया कि ऐसा कुछ कर सकते हैं।

बिहार में मौसम वैज्ञानिक होते हैं और वहां आया कुमार, गया कुमार भी होते हैं। जयराम रमेश ने कहा कि ये तो गिरगिट को भी कड़ी टक्कर देते हैं।’

राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में साथ चल रहे जयराम रमेश ने कहा, ‘सही समय पर बिहार की जनता नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री को जवाब जरूर देगी।

दिल्ली में बैठकर ये लोग मुहूर्त देते हैं। 14 तारीख को जब हमने मणिपुर से यात्रा शुरू की तो मिलिंद देवड़ा को ले गए और अब जब हमारी यात्रा बिहार पहुंचने वाली है तो नीतीश कुमार को ही निकाल लिया।

यह अफसोस की बात है कि ऐन वक्त में उन्होंने हमारा साथ छोड़ा।’ उन्होंने नीतीश कुमार के एग्जिट की पूरी पटकथा दिल्ली से लिखे जाने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि दिल्ली से नरेंद्र मोदी सरकार ने ही तय किया था कि नीतीश कुमार को यात्रा से ठीक पहले मिला लिया जाए। 

जयराम रमेश के अलावा राशिद अल्वी ने भी नीतीश कुमार पर सवाल उठाए हैं। राशिद अल्वी ने कहा कि नीतीश कु्मार ने राजनीति की नई परिभाषा बताई है।

बिहार में जो कुछ हो रहा है, उसके लिए मैं किसी को दोष नहीं देना चाहता। लेकिन इतना है कि अब देश के लोगों को नेताओं और दलों पर कोई भरोसा नहीं रहेगा।

जो कुछ बिहार में हो रहा है, उससे देश के लोग राजनीति में भरोसा करना छोड़ देंगे। दरअसल आज INDIA अलायंस जिस स्वरूप में है, उसे नीतीश कुमार ने ही धार दी थी।

वही उसके शिल्पकार थे औऱ लगातार कांग्रेस के साथ अन्य दलों को जोड़ने के लिए मेहनत कर रहे थे। ऐसे में उनका ही पाला बदल लेना INDIA अलायंस के लिए बड़ा झटका है।