आज की दुनिया में आसान नहीं भारत जैसी नीति रखना, फिर मोदी के मुरीद हुए पुतिन…

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की जमकर तारीफ की है। उन्होंने ‘स्वतंत्र’ विदेश नीति को आगे बढ़ाने के लिए भारत को…

आज की दुनिया में आसान नहीं भारत जैसी नीति रखना, फिर मोदी के मुरीद हुए पुतिन…

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की जमकर तारीफ की है।

उन्होंने ‘स्वतंत्र’ विदेश नीति को आगे बढ़ाने के लिए भारत को श्रेय दिया। पुतिन ने कहा कि आज की दुनिया में ऐसा करना आसान बात नहीं है। रूसी मीडिया नेटवर्क रशिया टुडे (आरटी) ने अपनी रिपोर्ट में पुतिन के हवाले से ये बात कही।

रिपोर्ट के मुताबिक, पुतिन गुरुवार को ‘रूसी छात्र दिवस’ के मौके पर कलिनिनग्राद क्षेत्र में विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ बातचीत कर रहे थे।

राष्ट्रपति पुतिन ने बातचीत के दौरान कहा, “इस समय दुनिया में आर्थिक विकास और वृद्धि सबसे उच्चतम दर भारत की है। ऐसा मौजूदा प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) की लीडरशिप क्षमता के कारण भी है। उनके नेतृत्व में ही भारत इस गति तक पहुंचा।” 

पुतिन ने कहा, “हमारा देश भारत और उसकी लीडरशिप पर भरोसा कर सकता है। इसकी वजह है। दरअसल हमें इस बात पर पूरा भरोसा है कि भारत अंतरराष्ट्रीय मंच पर कभी भी रूस के खिलाफ खेल नहीं करेगा।”

उन्होंने कहा, “भारत एक स्वतंत्र विदेश नीति अपना रहा है, जो आज की दुनिया में आसान नहीं है। लेकिन, 1.5 अरब की आबादी वाले भारत को ऐसा करने का पूरा अधिकार है और प्रधानमंत्री के नेतृत्व में, उस अधिकार को साकार किया जा रहा है।” पुतिन ने कहा, “यह कोई दिखावा नहीं है। यह हमारे एक साथ काम करने के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। इससे हम यह पूर्वानुमान लगा सकते हैं कि लंबे समय में हमारे भागीदार कैसा बर्ताव करेंगे।”

भारत और रूस के दशकों पुराने संबंधों का जिक्र करते हुए पुतिन ने कहा कि दोनों देशों ने हमेशा से एक-दूसरे पर भरोसा किया है और जरूरत के समय साथ भी दिया है। पहले भी दोनों देशों के अच्छे संबंध थे और आज भी हमारे बहुत अच्छे रिश्ते हैं।

रूसी राष्ट्रपति ने मोदी सरकार की योजनाओं खासतौर से ‘मेक इन इंडिया’ की खूब तारीफ की। उन्होंने कहा, पीएम मोदी के नेतृत्व में ‘मेक इन इंडिया’ बड़े पैमाने पर सफलता हासिल कर रहा है और हमारा देश सबसे बड़ा विदेशी निवेशक बनकर भारत में अपना विश्वास दिखा रहा है।” 

पुतिन ने कहा कि हम अपने भारतीय मित्रों के साथ मिलकर इन सभी योजनाओं को साकार करने का प्रयास कर रहे हैं। भारत में सबसे बड़ा विदेशी निवेश रूस से आया है।

हमारी कंपनी रोसेनेफ्ट द्वारा एक तेल रिफाइनरी, गैस स्टेशनों का एक नेटवर्क, एक बंदरगाह इत्यादि के अधिग्रहण में 23 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश किया गया था।

उन्होंने भारत की विविध संस्कृति और रूस में भारतीय फिल्मों की लोकप्रियता के बारे में भी बात की। रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि भारत एक महान संस्कृति वाला देश है। यह विविधतापूर्ण और तमाम रंगों को संजोय है। रूस शायद दुनिया भर की उन कम जगहों में से है जहां भारतीय फिल्में राष्ट्रीय टेलीविजन पर दिखाई जाती हैं।

बता दें कि 15 जनवरी को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन पर बातचीत की थी। उन्होंने भविष्य में व्यक्तिगत संपर्क बनाए रखने पर सहमति जतायी और अपने-अपने देश में आगामी राष्ट्रपति और संसदीय चुनावों में एक-दूसरे की सफलता की कामना की।

विदेश मंत्री एस. जयशंकर की रूस यात्रा के कुछ सप्ताह बाद पुतिन और मोदी ने टेलीफोन पर बातचीत की। जयशंकर की यात्रा के दौरान दोनों देशों ने आधुनिक हथियारों के निर्माण सहित सैन्य और तकनीकी सहयोग बढ़ाने का फैसला किया। पुतिन और मोदी की बातचीत के बाद क्रेमलिन (रूसी राष्ट्रपति के कार्यालय) ने बताया, ”दोनों पक्षों ने व्यक्तिगत संबंध जारी रखने पर सहमति जताई।”