पाकिस्तान के 14वें राष्ट्रपति बने आसिफ अली जरदारी, दूसरी बार संभालेंगे कमान…

आसिफ अली जरदारी पाकिस्तान के 14वें राष्ट्रपति के तौर पर चुने गए हैं। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली और प्रांतीय विधानसभाओं के सदस्यों ने शनिवार को राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान किया,…

पाकिस्तान के 14वें राष्ट्रपति बने आसिफ अली जरदारी, दूसरी बार संभालेंगे कमान…

आसिफ अली जरदारी पाकिस्तान के 14वें राष्ट्रपति के तौर पर चुने गए हैं। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली और प्रांतीय विधानसभाओं के सदस्यों ने शनिवार को राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान किया, जिसमें आसिफ अली जरदारी की जीत हुई है।

जरदारी दूसरी बार पाकिस्तान के राष्ट्रपति बनने वाले पहली शख्सियत हैं। इससे पहले आसिफ अली जरदारी 2008 से 2013 तक राष्ट्रपति पद पर रह चुके हैं।

राष्ट्रपति चुनाव के लिए पाकिस्तान के निचले सदन (नेशनल असेंबली), ऊपरी सदन (सीनेट) और चार प्रांतीय विधानसभाओं में मतदान हुआ और सदस्यों ने सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक अपने मताधिकार का प्रयोग किया। 

सत्तारूढ़ गठबंधन से आसिफ जरदारी और विपक्ष से महमूद खान अचकजई राष्ट्रपति चुनाव में प्रतिस्पर्धा कर रहे थे।

मतदान के बाद सत्तारूढ़ गठबंधन के उम्मीदवार आसिफ अली जरदारी भारी बहुमत से राष्ट्रपति चुने गए, उन्हें संसद से 255 वोट मिले, जबकि सुन्नी यूनियन काउंसिल के महमूद खान अचकजई 119 वोट पाने में कामयाब रहे। संसद में डाले गए वोटों में से एक को खारिज कर दिया गया।

सिंध विधानसभा में, जहां जरदारी की पार्टी (पीपीपी) सत्ता में है, उन्हें सबसे अधिक वोट मिले। वहीं, उन्होंने बलूचिस्तान विधानसभा में डाले गए सभी वोट प्राप्त किए।

उन्होंने अचकजई को पंजाब विधानसभा में भी हराया। खैबर पख्तूनख्वा विधानसभा में, जहां सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल/पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी की सरकार है, अचकजई को जरदारी के खिलाफ सबसे ज्यादा वोट मिले।

कारोबारी से नेता बने जरदारी पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के पति हैं। जरदारी, मौजूदा राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी की जगह लेंगे, जिनका पांच साल का कार्यकाल पिछले साल समाप्त हो गया था।

हालांकि, नये निर्वाचक मंडल का गठन नहीं होने के कारण वह इस पद पर बने रहे। अचकजई अपनी पश्तूनख्वा मिल्ली अवामी पार्टी के प्रमुख हैं और वह सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल के मंच से चुनाव लड़ रहे थे, जो जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी (पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ) समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों के इसमें शामिल होने के बाद चर्चा में रही थी।