गृह मंत्री विजय शर्मा ने जिले के पुलिस प्रशासन द्वारा मवेशी तस्करों के विरूद्व चलाए जा रहे आपरेशन शंखनाद की सराहना की

जशपुरनगर गृह मंत्री विजय शर्मा ने जिले के पुलिस प्रशासन द्वारा मवेशी तस्करों के विरूद्व चलाए जा रहे आपरेशन शंखनाद की सराहना की है। इंटरनेट मिडिया (फेसबुक) में किए गए…

गृह मंत्री विजय शर्मा ने जिले के पुलिस प्रशासन द्वारा मवेशी तस्करों के विरूद्व चलाए जा रहे आपरेशन शंखनाद की सराहना की

जशपुरनगर

गृह मंत्री विजय शर्मा ने जिले के पुलिस प्रशासन द्वारा मवेशी तस्करों के विरूद्व चलाए जा रहे आपरेशन शंखनाद की सराहना की है। इंटरनेट मिडिया (फेसबुक) में किए गए पोस्ट में उन्होनें इस आपरेशन के दौरान तस्करी में लिप्त,जब्तशुदा 13 वाहनों को राजसात करने की कार्रवाई की भी प्रशंसा की है। गुरूवार को छत्तीसगढ़ और झारखंड की अंर्तराज्यीय सीमा पर स्थित लोदाम थाना में आयोजित संयुक्त पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने बताया कि आपरेशन शंखनाद का उद्देश्य झारखंड के बूचड़ खाने के लिए किए जाने वाले मवेशियों की तस्करी पर पूरी तरह से रोक लगाना है।

उन्होनें बताया कि इस अभियान के अंर्तगत राजसात की कार्रवाई गौ तस्करी के 10 मामलों में जब्त किए गए 13 वाहनों पर की गई है। जब्तशुदा वाहनों की नीलामी के लिए कलेक्टर से अनुमति मांगी गई थी जिसे कलेक्टर डा रवि मित्तल ने स्वीकृति दे दी है। उन्होनें बताया कि आपरेशन शंखनाद को मिल रही सफलता पर प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा से उनकी दूरभाष पर चर्चा हुई है। इस दौरान गृहमंत्री ने पुलिस प्रशासन को बधाई देते हुए सराहना की है। जिले में इस साल जनवरी से आपरेशन शंखनाद चलाया जा रहा है।

इन 8 माह के दौरान पुलिस ने इस विशेष अभियान के अंर्तगत 36 आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध करते हुए 43 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। इस कार्रवाई के दौरान जशपुर पुलिस ने तस्करों द्वारा बूचड़खाना ले जाए जा रहे 67 गौवंशजों को तस्करो से मुक्त कराया है। एसपी ने बताया कि बीते 8 माह के दौरान जिले में 26 वाहन तस्करों से जब्त किए गए हैं। इन वाहनों को कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम के अंर्तगत राजसात करने के लिए कलेक्टर को पत्र लिख कर अनुरोध किया गया था।

कलेक्टर ने 13 वाहनों को राजसात कर नीलाम करने की अनुमति दे दी है। शेष वाहनों के लिए राजसात की कार्रवाई प्रक्रियाधीन है। एसपी ने कहा कि जशपुर पुलिस का लक्ष्य मवेशी तस्करों का आर्थिक तंत्र को तोड़ना है ताकि तस्करी को पूरी तरह से खत्म किया जा सके। उन्होनें बताया कि जिले के सभी पुलिस अधिकारियों के साथ थाना और चौकी प्रभारियों को मवेशी,नशीले पदार्थो की तस्करी,जुआ के विरूद्व कार्रवाई करने की सख्त निर्देश दिया गया है।