नशीली दवा बेचते मेडिकल स्टोर्स पर टीम की संयुक्त छापामार कार्रवाई

बिलासपुर । एक साथ तीन मेडिकल दुकानो में छापामारी कार्रवाई। टीम ने दुकानों से ईस्पामैक्स कैप्सूल 304 नग, अल्ट्रा किंगं ट्रामाडोल युक्त नशीला टेबलेट 360 नग, पाइवॉन स्पास प्लस कैप्सुल…

नशीली दवा बेचते मेडिकल स्टोर्स पर टीम की संयुक्त छापामार कार्रवाई

बिलासपुर । एक साथ तीन मेडिकल दुकानो में छापामारी कार्रवाई। टीम ने दुकानों से ईस्पामैक्स कैप्सूल 304 नग, अल्ट्रा किंगं ट्रामाडोल युक्त नशीला टेबलेट 360 नग, पाइवॉन स्पास प्लस कैप्सुल ट्रामाडोल युक्त 232 नग किया बरामद। पुलिस एवं ड्रग कंट्रोल विभाग टीम की संयुक्त कार्यवाही। पुलिस एवं ड्रग कंट्रोल विभाग की टीम ने एक साथ तीन मेडिकल दुकानो में छापामार कार्रवाई की है। टीम ने मेडिकल स्टोर से ईस्पामैक्स कैप्सूल 304 नग, अल्ट्रा किंगं ट्रामाडोल युक्त नशीला टेवलेट 360 नग, पाइवॉन स्पास प्लस कैप्सुल ट्रामाडोल युक्त 232 नग जप्त किया है। स्टोर का संचालक इन दवाइयों को बिना प्रिस्क्रिप्शन के बेच रहा था। तारबाहर थाना क्षेत्र अंतर्गत मिनाक्षी मेडिकल स्टोर में मुखबिर की सूचना पर रेड कार्रवाई की गई है। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि तारबहार क्षेत्र में गायत्री मंदिर चौक के पास स्थित मिनाक्षी मेडिकल स्टोर का संचालक खुशी चंद गुप्ता अपने मेडिकल स्टोर से अवैध रूप से नशीली दवाईयां बेचता है। सूचना पर तत्काल टीम गठित कर गायत्री मंदिर चौक के पास मिनाक्षी मेडिकल स्टोर में छापामार कार्यवाही की गई। इस छापामार कार्रवाई में आरोपी खुशी चंद गुप्ता के कब्जे से ईस्पामैक्स कैप्सूल 304 नग, अल्ट्रा किंगं ट्रामाडोल युक्त नशीली टेवलेट 360 नग, पाइवॉन स्पास प्लस कैप्सुल ट्रामाडोल युक्त 232 नग, बिक्री रकम 16 हजार 500 रूपये कुल 26052 रूपये जप्त कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है। नशे के विरुद्ध दूसरी कार्यवाही ष्टस्क्क सिविल लाइन उमेश गुप्ता व ष्टस्क्क कोतवाली पूजा कुमार, ड्रग इंस्पेक्टर सुनील पांडा, सोनम जैन तथा तार बाहर थाना प्रभारी गोपाल सत्पथी के साथ एक संयुक्त टीम बनाकर मोहन मेडिकल गायत्री नगर चौक एवं तिवारी मेडिकल तार बिहार में रेड की गई। जाँच में पाया गया। कि इन सभी मेडिकल स्टोर्स से बिना रिकॉर्ड और बिना प्रिस्क्रिप्शन के शेड्यूल एच वन की दवाइयाँ बेची का रही है।, जोकि हृष्ठक्कस् एक्ट में भी नियंत्रित नशीली दवाइयों की श्रेणी में आती है। इस क्रम में दुकान में पंचनामा की कार्यवाही कर इनके लाइसेंस निरस्त करने की अनुशंसा की गई है।