डिप्टी सीएम विजय शर्मा बोले- विभाजन के समय की सच्चाई आज भी हमें झकझोरती है
जगदलपुर । भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया और 14 अगस्त 1947 को देश के बंटवारे के दौरान विस्थापन का दर्द झेलने वाले लाखों लोगों को…
जगदलपुर । भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया और 14 अगस्त 1947 को देश के बंटवारे के दौरान विस्थापन का दर्द झेलने वाले लाखों लोगों को याद किया। टाउन हॉल में आयोजित विभाजन विभिषिका स्मृति दिवस के अवसर पर संगोष्ठी कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने अपने संबोधन में विभाजन की त्रासदी और इससे जुड़े ऐतिहासिक तथ्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा, 'आंकड़े कभी झूठ नहीं बोलते और विभाजन के समय की सच्चाई आज भी हमें झकझोर देती है। कांग्रेस पार्टी के निर्णय और कुछ लोगों की जिद ने देश के विभाजन का कारण बना। तुष्टिकरण की राजनीति की शुरुआत यहीं से हुई और इसका असर आज तक देखा जा सकता। भाजपा का 'राष्ट्र प्रथम' का सिद्धांत इस बात को प्रमुखता से रखता है कि देश का हित सर्वोपरि है।' उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी जी के विचारों का उल्लेख करते हुए कहा, 'पार्टी आएगी जाएगी, लेकिन देश हमेशा रहना चाहिए।'
बस्तर सह प्रभारी निरंजन सिन्हा ने अपने संबोधन में कहा विभाजन 1947 में हुआ, लेकिन इसका दर्द आज भी लोगों के दिलों में जिंदा है। लाखों लोगों को हिंसा और नफरत के कारण अपने घरों को छोड़कर दूसरी जगहों पर जाना पड़ा। यह दिवस उन लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करने का समय है जिन्होंने अपना जीवन न्योछावर कर दिया, भाजपा जिला अध्यक्ष रुप सिंह मण्डावी ने भी संबोधन दिया व देश के बंटवारे के दर्द को पीढ़ियों का दर्द बताया। कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री वेदप्रकाश पाण्डेय ने किया। इस अवसर पर टाउन हॉल में विभाजन की विभीषिका से जुड़े प्रदर्शनी लगाया गया। जिसमें विभाजन की विभीषिका और इससे जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं को दर्शाया गया। उपस्थित अतिथियों ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया और इस ऐतिहासिक दिवस की स्मृतियों को ताजा किया। इस कार्यक्रम में पूर्व सांसद दिनेश कश्यप, विधायक विनायक गोयल, संतोष बाफना, बैदूराम कश्यप, श्रीनिवास राव मद्दी, विद्याशरण तिवारी, महापौर सफीरा साहू, योगेन्द्र पाण्डेय, श्रीनिवास मिश्रा, रामाश्रय सिंह आदि सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता व गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।