छत्तीसगढ़-कबीरधाम में लिव-इन प्रेमिका का घोंटा गला, प्रेमी ने खुद की भी दे दी जान

कबीरधाम/भिलाई. कबीरधाम जिले में एक हत्या का मामला सामने आया है। लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे प्रेमी ने अपनी प्रेमिका की हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को…

छत्तीसगढ़-कबीरधाम में लिव-इन प्रेमिका का घोंटा गला, प्रेमी ने खुद की भी दे दी जान

कबीरधाम/भिलाई.

कबीरधाम जिले में एक हत्या का मामला सामने आया है। लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे प्रेमी ने अपनी प्रेमिका की हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को 280 किमी दूर केशकाल घाट में फेंक दिया। हत्या के बाद प्रेमी ने बेमेतरा की शिवनाथ नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली। शव को ठिकाने लगाने साथ देने वाले मकान मालिक को पुलिस ने गिरफ्तार किया।

इस उलझे हुए प्रकरण को सुलझाने में तीन जिले कबीरधाम, बेमेतरा व कोंडागांव की पुलिस लगी रही। क्योंकि, प्रेमिका कबीरधाम जिले में शिक्षक थी। शव को कोड़ागांव जिले के केशकाल से बरामद किया। प्रेमी के शव को बेमेतरा पुलिस ने शिवनाथ नदी से बरामद किया है। इस वारदात के संबंध में कबीरधाम एडिशनल एसपी पुष्पेंद्र सिंह बघेल ने बताया कि आठ अगस्त को सावित्री विश्वकर्मा पत्नी कृष्ण विश्वकर्मा ने पिपरिया थाना क्षेत्र के पुलिस चौकी दशरंगपुर आकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी बेटी सपना विश्वकर्मा 23 जुलाई शाम चार बजे से शासकीय स्कूल बाघामुड़ा से घर के लिए निकली थी। लेकिन अभी तक घर नहीं आई है। रिपोर्ट पर गुम इंसान दर्ज कर जांच शुरू की। गुम महिला के मोबाइल नंबर का सीडीआर लेकर अवलोकन किया गया, जिसके बाद संदेही राम आशीष उपाध्याय निवासी भिलाई नगर जिला दुर्ग व रघुनाथ साहू निवासी ग्राम लोलेसरा थाना बेमेतरा जिला बेमेतरा की पतासाजी की गई। टीम लोकेशन के आधार पर भिलाई गई। भिलाई पहुंचकर लोकेशन लिया तो संदेही राम आशीष उपाध्याय का लोकेशन बेमेतरा-दुर्ग रोड में मिला। टीम बेमेतरा के लिए लौटी और जब फिर लोकेशन लिया गया तो संदेही राम आशीष उपाध्याय का फोन बंद था।

दूसरे संदेही रघुनाथ साहू निवासी ग्राम लोलेसरा थाना बेमेतरा की पतासाजी की गई। उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि सपना विश्वकर्मा व उसका साथी राम आशीष उपाध्याय उसके घर में 1500 रुपये मासिक किराये पर रह रहे थे। दोनों के बीच हमेशा वाद-विवाद मारपीट होती रहती था। राम आशीष उपाध्याय 1-2 अगस्त की दरमियानी रात करीब तीन बजे फोन कर बताया कि घर में सांप घुस गया है। तुम तुरंत आ जाओ, तब किराये के घर में गया। जाकर देखा की सपना बिस्तर में मरी हुई हालत में पड़ी थी। मुझे देखने से ऐसा लगा कि राम आशीष उपाध्याय ही अपने साथी सपना विश्वकर्मा का झगड़ा के दौरान गला घोंटकर हत्या किया है। इसके बाद राम आशीष मुझे अपनी बाइक में बैठाकर भिलाई लेकर गया।

भिलाई में अपने घर से अपनी सफेद कलर की स्कॉर्पियो वाहन सीजी 07-एमबी-4577 को लेकर वापस ग्राम लोलेसर आया। दिन के करीब 11 बजे गए थे। दोनों ने मिलकर सपना के मृत शरीर को चादर में लपेटकर घर से बाहर निकालकर वाहन के पीछे में रखे व ग्राम लोलेसरा से धमतरी होते हुए केशकाल घाटी में शाम सात बजे पहुंचे। घाट में गाड़ी खड़ी कर सपना के शव को गाड़ी से निकालकर घाट के नीचे फेंक दिए। सहआरोपी रघुनाथ साहू के निशानदेही पर सपना के शव को बरामद कर अग्रिम कार्रवाई के लिए घटनास्थल ग्राम लोलेसरा थाना बेमेतरा होने से थाना बेमेतरा को सौंपी जा रही है।