छत्तीसगढ़-राजनांदगांव के घरों में मिले नल कनेक्शन, जल जीवन मिशन के लाभ से महिलाएं खुश

राजनांदगांव/रायपुर. जल जीवन मिशन योजना के तहत् जिला राजनांदगांव के विकासखंड राजनांदगांव अंतर्गत ग्राम पंचायत तोरनकट्टा एवं उसके आश्रित ग्राम मनकी में शुद्ध पेयजल मिलने से अब ग्रामीणों की स्थिति…

छत्तीसगढ़-राजनांदगांव के घरों में मिले नल कनेक्शन, जल जीवन मिशन के लाभ से महिलाएं खुश

राजनांदगांव/रायपुर.

जल जीवन मिशन योजना के तहत् जिला राजनांदगांव के विकासखंड राजनांदगांव अंतर्गत ग्राम पंचायत तोरनकट्टा एवं उसके आश्रित ग्राम मनकी में शुद्ध पेयजल मिलने से अब ग्रामीणों की स्थिति पहले की अपेक्षा सुधरने लगी है। हर घर नल कनेक्शन लग जाने से अब महिलाओं को पहले की तरह नल के सामने लाईनें नहीं लगानी पड़ती है। इससे उनकी समय की बचत होती है। वहीं पर्याप्त शुद्ध पेयजल भी मिल रही है।

तोरकट्टा ग्राम पंचायत के ग्रामीण अब खुश है, उनके गांव के हर घर में पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित हो गयी है। शासन की जनकल्याणकारी योजना जल जीवन मिशन अंतर्गत हर घर-नल कनेक्शन से ग्राम की महिलाएं प्रसन्न है, अब उन्हें हैंडपंप के सामने लाइन नहीं लगानी पड़ती है। कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला जल एवं स्वच्छता मिशन श्री संजय अग्रवाल के मार्गदर्शन में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के द्वारा ग्राम तोरनकट्टा एवं मनकी में जल जीवन मिशन के तहत डिस्ट्रीब्यूशन 400-400 मीटर की पाइप लाइन बिछाकर दोनों ग्रामों के लगभग 304 परिवारों को नल से जल की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। ग्राम तोरनकट्टा की सरपंच श्रीमती सेवती साहू ने बताया कि गांव के प्रत्येक घर में सभी को पानी मिल रहा है, जिससे पूरे गांव में खुशहाली का माहौल है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा एक सतत अभियान चलाकर शासन की योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। वार्ड नंबर 11 की श्रीमती तीरथ बाई और वार्ड नंबर 8 की श्रीमती प्रमिला साहू ने सरकार के प्रति कृतज्ञता प्रकट की। उन्होंने बताया कि उन्हें पानी के लिए दूर-दूर तक जाना पड़ता था, पानी के लिए लम्बी लाइन लगाना, बोरिंग एवं कुंआ पर निर्भर रहना पड़ता था, लेकिन अब जल जीवन मिशन से उन्हें घर पर ही नल के माध्यम से पर्याप्त मात्रा में शुद्ध पानी मिल रहा है, जिससे उनके समय की बचत भी हो रही है। पेय जल प्रबंधन से जुड़ी सदस्य श्रीमती सीता बाई ने बताया कि हर 3 महीने में जल वाहिनियों द्वारा जल की शुद्धता का परीक्षण एफटीके किट के माध्यम से किया जाता है, ताकि सभी को गुणवत्ता युक्त पेयजल प्राप्त हो सके। स्कूली छात्रा पल्लवी यादव ने कहा कि पहले पानी की समस्या की वजह से स्कूल जाने में देरी होने के साथ ही घर के बाकि कामों में भी देरी होती थी। एक महिला के समय के साथ-साथ उनके पूरे घर वालों के समय का नुकसान होता था, किन्तु योजना के आने के बाद उन सभी के काम समय से पूरे हो रहे है। जिसके लिए उन्होंने केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार का धन्यवाद भी ज्ञापित किया।