केरल में 2 दिन का राजकीय शोक

4 घंटे में 3 भूस्खलन, 4 गांव बहे हादसे के बाद गांव नदी जैसा दिख रहा था। हर तरफ पानी, मिट्टी और मलबा दिख रहा था। पूरा गांव नदी की…

केरल में 2 दिन का राजकीय शोक

4 घंटे में 3 भूस्खलन, 4 गांव बहे
हादसे के बाद गांव नदी जैसा दिख रहा था। हर तरफ पानी, मिट्टी और मलबा दिख रहा था।
पूरा गांव नदी की तरह दिख रहा था। घर, पेड़ और गाडिय़ां बहकर जहां-तहां फंसे हुए थे।
लैंडस्लाइड के बाद पानी का बहाव इतना तेज था कि कई गाडिय़ां भी मलबे के साथ बह गईं।

वायनाड/नई दिल्ली। तिरुवनंतपुरम में रेलवे ट्रैक पर पानी के तेज बहाव के कारण स्टेशन पर तैनात चौकीदार ने ट्रेन को रोक दिया। केरल के वायनाड में तेज बारिश की वजह से सोमवार देर रात 4 अलग-अलग जगहों पर लैंडस्लाइड हुई। रात 2 बजे से सुबह 6 बजे के बीच हुए लैंडस्लाइड में 4 गांव बह गए। मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा में घर, पुल, सडक़ें और गाडिय़ां भी बह गईं। अब तक 84 लोगों की मौत हो चुकी है। 116 अस्पताल में हैं, जबकि 400 से ज्यादा लोगों के लापता होने की खबर है। घटना देर रात 2 बजे की है। रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम मौके पर मौजूद है।
कन्नूर से आर्मी के 225 जवानों को वायनाड के लिए रवाना किया गया है। एयरफोर्स के 2 हेलिकॉप्टर भी रेस्क्यू के लिए भेजे गए, लेकिन बारिश के चलते उन्हें कोझिकोड लौटना पड़ा। इधर, केरल सरकार ने इस हादसे के बाद राज्य में दो दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है।

5 साल पहले इसी इलाके में लैंडस्लाइड से 17 मौतें हुईं


वायनाड के 4 गांव- मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा में लैंडस्लाइड की घटना हुई है। 5 साल पहले 2019 में भी भारी बारिश की वजह से इन्हीं गांवों में लैंडस्लाइड हुई थी, जिसमें 17 लोगों की मौत हुई थी। 5 लोगों का आज तक पता नहीं चला। 52 घर तबाह हुए थे।

मुंडक्कई गांव में सबसे ज्यादा नुकसान, यहां 250 लोग फंसे


वायनाड का मुंडक्कई गांव लैंडस्लाइड की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। यहां रेस्क्यू टीम अब तक नहीं पहुंच सकी है। एनडीआरएफ की एक टीम पैदल चलते हुए यहां तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। मुंडकाई में करीब 250 लोगों के फंसे होने की खबर है। यहां कई घर बह गए है। यहां 65 परिवार रहते थे। यहीं पास के एक टी एस्टेट के 35 कर्मचारी भी लापता हैं।

चूरलमाला गांव से दो विदेशी नागरिकों को बचाया गया

जिला पंचायत अध्यक्ष समशाद मरईक्कर ने बताया कि मुंडक्कई सडक़ मार्ग से पहुंचा नहीं जा सकता है। मोबाइल नेटवर्क भी ठप है। चूरलमाला गांव में भी नुकसान ज्यादा है। यहां रेस्क्यू जारी है। यहां कई घर बह गए हैं। कई लोगों को बचाया गया हैं, जिनमें दो विदेशी नागरिक भी शामिल थे। ये एक होमस्टे में रुके थे। यहां रेस्क्यू टीम एक-एक घरों की जांच कर रही है।

वायनाड में आज भी भारी बारिश का अनुमान

मौसम विभाग ने आज भी वायनाड के अलावा कोझिकोड, मल्लपुरम और कासरगोड में रेड अलर्ट जारी किया है। यानी आज भी यहां भारी बारिश होने की संभावना है। इसकी वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत आ सकती है।