जन समस्या निवारण शिविर के द्वितीय चरण में जनप्रतिनिधियों, जिला अधिकारी एवं कर्मचारियों ने रोपे फलदार एवं छायादार पौधे

मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एक पेड़ मां के नाम अभियान का शुभारंभ किया था। इस अभियान के तहत श्री मोदी ने दिल्ली के…

जन समस्या निवारण शिविर के द्वितीय चरण में जनप्रतिनिधियों, जिला अधिकारी एवं कर्मचारियों ने रोपे फलदार एवं छायादार पौधे

मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एक पेड़ मां के नाम अभियान का शुभारंभ किया था। इस अभियान के तहत श्री मोदी ने दिल्ली के बुद्ध जयंती पार्क में एक पीपल का पेड़ लगाया और उन्होंने सभी देशवासियों से इस ग्रह को बेहतर बनाने में योगदान देने का अनुरोध किया और कहा कि पिछले दशक में भारत ने कई सामूहिक प्रयास किए हैं, जिनसे पूरे देश के वन क्षेत्र में वृद्धि हुई है। श्री मोदी ने कहा कि आज विश्व पर्यावरण दिवस पर मुझे  एक पेड़ माँ के नाम अभियान शुरू करने पर बहुत प्रसन्नता हो रही है। मैं देशवासियों के साथ ही दुनिया भर के लोगों से यह आग्रह करता हूं कि वे आने वाले दिनों में अपनी मां को श्रद्धांजलि अर्पित करने के रूप में एक पेड़ जरूर लगाएं।

इसी कड़ी में विगत दिवस जिला मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के विकासखंड भरतपुर के ग्राम पंचायत अक्तवार में 5 ग्राम पंचायतों अक्तवार, भगवानपुर, च्यूल, खोहरा, और कूदरा को सम्मिलित कर जिला स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान स्कूल ग्राउंड अक्तवार में जन समस्या निवारण शिविर में जनप्रतिनिधियों, जिला अधिकारी एवं कर्मचारियों के द्वारा एक पेड़ माँ के नाम पर फलदार एवं छायादार पौधों का रोपण किया गया और पौधों की रक्षा करने का संकल्प भी लिया गया।

जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती राजकुमारी बैगा ने मुनगा का पौधा, कलेक्टर डी. राहुल वेंकट ने जामुन का पौधा, जनपद पंचायत उपाध्यक्ष श्री दुर्गा शंकर मिश्र ने जाम का पौधा, अक्तवार सरपंच श्री अशोक कुमार बैगा ने जाम का पौधा, डीआरडी, नितेश कुमार उपाध्याय ने आम का पौधा, अनिल कुमार अग्निहोत्री मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने आम का पौधा, श्री मनीष कश्यप डीएफओ ने अमरूद का पौधा, श्री चंद्रमोहन सिंह पुलिस अधीक्षक ने आम का पौधा, और श्री मानहरण सिंह राठिया तहसीलदार भरतपुर ने जामुन का पौधा लगाया। इस दौरान जन समस्या निवारण शिविर में आए हुए ग्रामीणों को भी वन विभाग द्वारा विभिन्न प्रकार के फलदार एवं छायादार पौधों का निःशुल्क वितरण भी किया गया।