दमोह की जिला जेल में बंदियों को चूहों ने काटा, जिला अस्पताल में किया गया इलाज
दमोह जिला जेल में इस समय चूहों का आतंक फैल गया है, जो जेल में बंद बंदियों पर हमला कर रहे हैं। करीब आधा दर्जन बंदी चूहों के काटने से…
दमोह जिला जेल में इस समय चूहों का आतंक फैल गया है, जो जेल में बंद बंदियों पर हमला कर रहे हैं। करीब आधा दर्जन बंदी चूहों के काटने से घायल हो गए हैं, जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया। डॉक्टर द्वारा इंजेक्शन लगाने के बाद बंदियों को जेल वापस भिजवा दिया गया। वहीं जेल सुप्रीडेटेंट का कहना है कि खाली पड़ी जगह में बारिश का पानी भर गया और करीब 50 से अधिक चूहे जेल के अंदर आ गए। जिन्होंने बंदियों पर हमला किया है। बता दें दमोह जिला जेल अंग्रेजों के समय की बनी हुई जेल है, जो काफी बड़े एरिया में फैली हुई है और यहां 300 से अधिक बंदी कई आपराधिक मामलों में बंद हैं। इन्हीं में से करीब छह बंदियों पर पिछले एक सप्ताह के अंदर चूहों ने हमला कर दिया। जब बंदियों के परिजन मुलाकात करने उनके पास पहुंचे तब उन्होंने इस बात की जानकारी दी और परिजनों ने जेल प्रशासन और जिला प्रशासन को इस बात से अवगत कराया। इसके बाद जेलर के निर्देश पर बंदियों को इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया, जहां इलाज करने के बाद वापस इन्हे जेल भेज दिया गया। जेल सुप्रीडेटेंट सीएल प्रजापति ने बताया कि बंदियों को चूहों ने काटा है। जेल के पीछे काफी बड़ा हिस्सा खाली है जहां बड़ी संख्या में चूहे रहते हैं। पिछले दिनों वहां समतलीकरण कर दिया गया और अभी भी बारिश के बाद इन चूहों के बिलों में पानी भर गया, जिससे 50 से अधिक चूहे जेल के अंदर आ गए। जेल का छप्पर पूरा कच्चा है इसलिए यह चूहे ऊपर जाकर छिप जाते हैं और जो बंदियों की खाने पीने की सामग्री रखी होती है, रात में वह सामग्री को खाने आ जाते हैं और इसी दौरान दो बंदियों पर हमला किया गया। सुरक्षा की दृष्टि से उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया था। इलाज के बाद वह स्वस्थ हैं।
रखी जा रही मारने वाली दवा
जेल सुप्रीडेटेंट प्रजापति ने बताया कि चूहों को मारने के लिए दवा रखी जा रही है। रात के समय जब बंदी अपने-अपने बैरक में चले जाते हैं उसके बाद यह दवा रखी जाती है और सुबह जैसे ही बैरक खोली जाती है दवा उठा ली जाती है। लापरवाही नहीं की जा सकती, क्योंकि यदि किसी बंदी ने इस जहरीली दवा का सेवन कर लिया तो कोई बड़ी घटना भी घट सकती है। इसलिए सुरक्षा पूर्वक दवा रखी जा रही है। बता दें कि जेल में बंद कई बड़े संगीन अपराधों के आरोप में बंद यह बंदी अपराध करने से नहीं डरते, लेकिन आज की स्थिति में चूहों से जरूर डर रहे हैं। क्योंकि यह चूहे अंधेरे में आकर इन्हें घायल कर रहे हैं। गुरुवार को जिला जेल में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सीजीएम राम सिंह निरीक्षण करने पहुंचे। जहां उन्होंने कैदियों से चर्चा की। इस दौरान डिप्टी सुप्रीडेटेंट जिला जेल सीएल प्रजापति की मौजूदगी में जेल अंदर की व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी ली।