मानसून का कहर… नेपाल में 2 बसें नदी में गिरीं, 50 से ज्यादा पैसेंजर लापता, ड्राइवर सहित 7 भारतीयों की मौत, 

मुंबई में भारी बारिश से बिगड़े हालात, कई इलाकों की सडक़ें हुई जलमग्न…  उड़ान सेवाएं भी प्रभावित, बाढ़ और लैंडस्लाइड से मचा हाहाकार यूपी के 800 गांव बाढ़ में डूबे,…

मानसून का कहर… नेपाल में 2 बसें नदी में गिरीं, 50 से ज्यादा पैसेंजर लापता, ड्राइवर सहित 7 भारतीयों की मौत, 

मुंबई में भारी बारिश से बिगड़े हालात, कई इलाकों की सडक़ें हुई जलमग्न… 
उड़ान सेवाएं भी प्रभावित, बाढ़ और लैंडस्लाइड से मचा हाहाकार
यूपी के 800 गांव बाढ़ में डूबे, दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर 3 फीट तक पानी; बद्रीनाथ में 4 हजार श्रद्धालु फंसे
मप्र के 14 जिलों में गिरा पानी; 8 जिलों में बिजली गिरने का अनुमान

नई दिल्ली/भोपाल/रायपुर। देश में इस समय मानसून के दो रूप देखने को मिल रहा है। एक तरफ अवर्षा की स्थिति बनी हुई हैं तो दूसरी तरफ बारिश के कारण बाढ़ और लैंडस्लाइड से जन जीवन अस्त-पस्त हो गया है। नेपाल में भारी बारिश के बीच शुक्रवार सुबह एक हाईवे पर लैंडस्लाइड के चलते 2 बसें त्रिशुली नदी में गिर गईं। घटनास्थल पर मौजूद अधिकारियों के मुताबिक, दोनों बसों में चालकों समेत 63 लोग सवार थे।  हादसे में 7 भारतीयों और एक बस चालक की मौत हुई। 50 से ज्यादा लोग लापता हैं। हादसा सेंट्रल नेपाल में मदन-अश्रित हाइवे पर सुबह करीब 3 बजकर 30 मिनट पर हुआ। लगातार बारिश और पानी के तेज बहाव के चलते सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत आ रही है।
लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर और महराजगंज के करीब 800 गांव में 20 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। यूपी की कई नदियां उफान पर हैं। दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर शाहजहांपुर में करीब 2 से 3 फीट पानी भर गया है। इस कारण हाईवे का एक हिस्सा बंद कर दिया गया है। गाडिय़ों को डाइवर्ट करके निकाला जा रहा है। शाहजहांपुर के मेडिकल कॉलेज में भी पानी भरने के बाद मरीजों को शिफ्ट कर दिया गया था। उधर, उत्तराखंड में लगातार पांच दिन से हो रही बारिश और भूस्खलन के कारण 200 सडक़ें बंद हैं। सबसे खराब हालात बद्रीनाथ रूट पर है, जहां 22 जगह लैंडस्लाइड से चार धाम यात्रा मार्ग 3 दिन से बंद है। 4 हजार श्रद्धालु सडक़ों पर फंसे हैं।

मुंबई में बिगड़े हालात


शुक्रवार सुबह मुंबई और उसके उपनगरों में भारी बारिश हुई, जिससे निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई। भारी बारिश के कारण पूरे शहर में यातायात बाधित हुआ और साथ ही हवाई यातायात भी प्रभावित हुआ। भारी बारिश जारी रहने की संभावना है क्योंकि भारतीय मौसम विभाग ने शुक्रवार और शनिवार के लिए शहर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।  चेंबूर, पी डीमेलो रोड, एपीएमसी मार्केट और तुर्भे माफ्को मार्केट, किंग्स सर्कल जैसे इलाकों में जलभराव की खबरें आईं। इन जगहों पर लोगों को घुटनों तक पानी में चलते हुए देखा गया। पिछले 24 घंटों में शहर में 93.16 मिमी औसत बारिश हुई, जबकि पूर्वी उपनगरों में 66.03 मिमी और पश्चिमी उपनगरों में 78.93 मिमी बारिश दर्ज की गई।

मुंबई एयरपोर्ट पर उड़ानें प्रभावित

मुंबई में घने बादलों की चादर छा गई, जिससे शहर के कई इलाकों में दृश्यता काफी कम हो गई। इससे मुंबई एयरपोर्ट से उड़ान सेवाएं भी प्रभावित हुईं। मुंबई में बारिश के कारण उड़ानों का परिचालन प्रभावित हुआ है और एयरलाइंस ने यात्रियों को उड़ानों की अद्यतन स्थिति की जांच करने की सलाह दी है। इंडिगो एयरलाइंस ने कहा, मुंबई में भारी बारिश और हवाई यातायात की भीड़ के कारण उड़ानें प्रभावित हुई हैं। कृपया उड़ानों की स्थिति पर नजऱ रखें। आपको सुखद और सुरक्षित यात्रा की शुभकामनाएं!

मप्र के कई जिलों में जोरदार बारिश


मप्र में शुक्रवार को भी तेज बारिश का दौर जारी रहा। सीधी में 1.4 इंच पानी गिर गया। वहीं, भोपाल, गुना और नौगांव में करीब 1-1 इंच बारिश हुई। बैतूल, धार, इंदौर, खंडवा, रतलाम, खजुराहो, रीवा, टीकमगढ़ और बालाघाट के मलाजखंड में भी बारिश हुई। मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों में टीकमगढ़, निवाड़ी के ओरछा, छतरपुर के खजुराहो, पन्ना, दमोह और हरदा में आकाशीय बिजली गिरने के साथ तेज बारिश होने की संभावना जताई है। वहीं, सतना के चित्रकूट, अशोकनगर, भोपाल, सागर, खंडवा, खरगोन में मध्यम बारिश होगी। बैतूल, गुना, राजगढ़, देवास, सिवनी, बालाघाट, उमरिया, शहडोल, कटनी, शिवपुरी, दतिया के रतनगढ़, विदिशा के उदयगिरि, रायसेन के भीमबेटका और सांची, सीहोर, रतलाम में हल्की गरज के साथ बिजली चमकेगी। शाजापुर, आगर-मालवा, उज्जैन, बड़वानी, इंदौर, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्ना, जबलपुर, नर्मदापुरम के पचमढ़ी, नरसिंहपुर, मंडला, डिंडोरी, अनूपपुर के अमरकंटक, रीवा, सीधी, सिंगरौली और श्योपुर में भी मौसम बदला रहेगा।

दमोह में 11.8 इंच पानी गिरा

दमोह में शुक्रवार सुबह से धूप निकली हुई थी। शाम होते बादल छा गए और फिर बारिश शुरू हो गई। शहर की सडक़ों पर, गलियों में कई जगह पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। कई लोग बारिश से बचने के लिए इधर-उधर छिपे हुए हैं, तो कई लोग बारिश में भीगकर बारिश का मजा ले रहे हैं। इस साल मानसून आने के बाद दमोह में हुई बारिश का आंकड़ा देखा जाए तो 300 एमएम से अधिक बारिश दर्ज की जा चुकी है। दमोह में वार्षिक औसत बारिश 1246.6 मिमी है। डिंडोरी में सुबह से बादल छाए रहे। साढ़े नौ बजे से झमाझम बारिश हो रही है। 2.89 इंच बारिश हो चुकी है। नदी-नालों का जलस्तर बढ़ रहा है। बस स्टैंड में नालियों से बाहर सडक़ में पानी भरा हुआ है। जिले में 1 जून से अब तक 88.55 इंच बारिश हो चुकी है।

बद्रीनाथ रूट पर लंबा जाम

बद्रीनाथ रूट पर लैंडस्लाइड के कारण दोनों तरफ लंबा जाम लगा है। सडक़ों पर गाडिय़ों की लंबी कतारें दूर से ही दिख जाएंगी। हालांकि, प्रशासन की टीमें तेजी से मलबा हटा रही हैं। बद्रीनाथ में एक दिन पहले उप चुनाव की वोटिंग हुई थी। यहां से लौट रही 36 पोलिंग पार्टियों को गुरुवार को मलबे के बीच से पैदल निकाला गया। बद्रीनाथ से आने-जाने वाले ज्यादातर श्रद्धालु जोशीमठ में फंसे हुए हैं। इसके चलते पूरा इलाका हाउसफुल है। यहां के होटलों ने भी किराया बढ़ा दिया है। यात्रियों ने बताया कि जिस होटल में पहले 1 से 2 हजार रुपए ले रहे थे, वहां 4 से 5 हजार रुपए ले रहे हैं। रेस्टोरेंट वालों ने भी खाने के दाम बढ़ा दिए हैं। इसकी शिकायत स्थानीय प्रशासन से भी हुई।