छत्तीसगढ़ के 16 जिलों में मौसम विभाग ने हैवी रेन का यलो अलर्ट जारी

  रायपुर IMD Alert।छत्तीसगढ़ के 16 जिलों में मौसम विभाग ने हैवी रेन का यलो अलर्ट जारी किया है। रायपुर में सुबह से बारिश हो रही है। दुर्ग, महासमुंद, धमतरी,…

छत्तीसगढ़ के 16 जिलों में मौसम विभाग ने हैवी रेन का यलो अलर्ट जारी

  रायपुर

IMD Alert।छत्तीसगढ़ के 16 जिलों में मौसम विभाग ने हैवी रेन का यलो अलर्ट जारी किया है। रायपुर में सुबह से बारिश हो रही है। दुर्ग, महासमुंद, धमतरी, गरियाबंद, बेमेतरा, कबीरधाम, राजनांदगांव, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी,बस्तर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा ,सुकमा, कांकेर बीजापुर और नारायणपुर में मध्यम से भारी बारिश के आसार हैं।

11 जुलाई तक कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। माैसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में 1 जून से 7 जुलाई तक 202.7 मिलीमीटर बारिश हुई है। जो औसत से 25% कम है। अब तक 271.9 मिली मीटर बारिश हो जानी चाहिए थी।

पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य में सबसे अधिक बारिश पेंड्रा, सोनहत और कोंटा में रिकॉर्ड की गई । यहां 30 मिली मीटर बारिश हुई । गीदम, दोरनापाल, जगरगुंडा में 20 मिलीमीटर हुई। रायगढ़, मनेंद्रगढ़, मरवाही ,बरमकेला में 10 मिलीमीटर बारिश हुई है।

मौसम विज्ञान केंद्र रायपुर के पूर्वानुमान के अनुसार 11 जुलाई तक प्रदेश के कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इसके साथ ही प्रदेश में गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली भी गिर सकती है।

इधर मध्यप्रदेश के ग्वालियर-चंबल में लगातार चौथे दिन भारी बारिश का अलर्ट है। भोपाल में सुबह करीब डेढ़ घंटे बारिश हुई। इंदौर संभाग के जिलों के साथ छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सागर, शाजापुर, राजगढ़, निवाड़ी और सिवनी में भी तेज बारिश हो सकती है।

प्रदेश में दो सिस्टम एक्टिव हैं। नॉर्थ-ईस्ट राजस्थान के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन है। वहीं, एक अन्य साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी एक्टिव है। इस वजह से ज्यादातर जिलों में तेज बारिश हो रही है, जो आगे भी जारी रहेगी।

इससे पहले रविवार को भी मध्यप्रदेश में तेज बारिश का दौर जारी रहा। सिवनी में ढाई इंच पानी गिर गया। वहीं, सतना में 1.7 इंच और खजुराहो में 1.3 इंच बारिश हुई। छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, नौगांव, बालाघाट जिले के मलाजखंड, बैतूल, धार, गुना, खरगोन समेत कई जिलों में बारिश हुई।

बारिश की वजह से सिवनी में टेम्प्रेचर सबसे कम 26.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पचमढ़ी, मलाजखंड और खंडवा में भी पारा 30 डिग्री से कम रहा।

राजस्थान में मानसून की एंट्री के बाद से लगातार बारिश हो रही है। सोमवार सुबह जयपुर के अलग-अलग इलाकों में रिमझिम बारिश की शुरुआत हुई। कभी तेज तो कभी धीमी बारिश का दौर चलता रहा।

10:30 बजे जैसलमेर के सम, मोहनगढ़, देवा, चेलक, कुम्हार कोठा, खुहड़ी, रूपसी समेत कई ग्रामीण इलाकों में हल्की बरसात शुरू हुई। बारिश से यहां मौसम सुहाना हो गया है।

उधर, मौसम विभाग ने आज और कल प्रदेश में मानसून की गतिविधियां धीमी होने की संभावना जताई है। अब 10 जुलाई को प्रदेश के 9 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।

रविवार को पूर्वी राजस्थान के जयपुर, भरतपुर, अलवर, दौसा, करौली, धौलपुर, सवाई माधोपुर, चूरू, हनुमानगढ़, बीकानेर, झुंझुनूं और श्रीगंगानगर में बरसात हुई। दौसा, श्रीगंगानगर, भरतपुर, अलवर और झुंझुनूं में 25 से लेकर 84MM तक बरसात दर्ज हुई। सबसे ज्यादा बरसात भरतपुर के भुसावर में 84MM हुई। देर शाम अजमेर और टोंक के एरिया में भी बारिश हुई थी।

बारिश के बाद श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ में लोगों को गर्मी से राहत मिली। यहां शनिवार को अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस था। रविवार को पारा गिरकर 32 डिग्री सेल्सियस पर दर्ज हुआ। चूरू, बीकानेर, जोधपुर, जैसलमेर और बाड़मेर के तापमान में भी 3 से लेकर 5 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट हुई। इन शहरों में शनिवार को तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के नजदीक था, जो रविवार को गिरकर 35 से 38 डिग्री सेल्सियस के बीच आ गया।

पूर्वी राजस्थान में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश से बनास, पार्वती समेत अन्य बरसाती नदियों का जलस्तर बढ़ गया। बनास नदी में पानी आने से सवाई माधोपुर के शिवाड़ एरिया का संपर्क सवाई माधोपुर शहर से कट गया। सवाई माधोपुर-शिवाड़ रोड से क्रॉस कर रही बनास नदी की रपट पर कल पानी बहने लगा। इससे वाहनों की आवाजाही रुक गई।