हनुमानजी का प्रताप… यहां आए बिना दूल्हा नहीं ले जा सकता बारात, 100 साल पुराने इस मंदिर की अनोखी महिमा
मध्य प्रदेश में आज भी कई ऐसे ऐतिहासिक और प्राचीन मंदिर है. यहां की अपनी-अपनी मान्यता है. मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के लालबाग क्षेत्र में भी एक श्री संकट…
मध्य प्रदेश में आज भी कई ऐसे ऐतिहासिक और प्राचीन मंदिर है. यहां की अपनी-अपनी मान्यता है. मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के लालबाग क्षेत्र में भी एक श्री संकट हनुमान मंदिर है जो 100 साल पुराना है. यहां की मान्यता है कि दूल्हा बारात निकालने से पहले इस मंदिर पर हनुमान जी के दर्शन करता है. यहीं से दूल्हे की बारात निकलती है. यह मान्यता पिछले 100 वर्षों से चली आ रही है.
मंदिर समिति के उमेश तिवारी ने लोकल 18 से कहा कि यह 100 साल पुराना हनुमान जी का मंदिर है. यहां की मान्यता है कि दूल्हे की बारात इसी मंदिर से निकलती है. दूल्हा तैयार होकर हनुमान जी के दर्शन करने के लिए आता है. यहीं से बारात निकालता है. यह परंपरा पिछले 100 वर्षों से चली आ रही है. आज भी लोग इस परंपरा का निर्वाहन करते हैं. बुजुर्ग ऐसा बताते हैं कि हनुमान जी का दूल्हा आशीर्वाद लेकर जाता है तो उसके यहां शादी के पूरे कार्यक्रम में कोई संकट नहीं आता है.
शनिवार और मंगलवार को होती है महाआरती
मंदिर समिति ने बताया कि शनिवार और मंगलवार के दिन शाम 7:00 बजे से हनुमान जी की महाआरती होती है. इसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होते हैं. यहां पर जिले के साथ आसपास के गांव से भी लोग दर्शन पूजन करने के लिए आते हैं. हनुमान जन्मोत्सव पर भंडारे का भी आयोजन होता है. जिसमें हजारों की संख्या में भक्त शामिल होते हैं.