आम महोत्सव आज से प्रांरभ, 18 को होगा समापन 

प्रदर्शनी में किसान 20 प्रकार के आमों के साथ होंगे शामिल भोपाल । राजधानी में आज अनेक गतिविधियों का शुभारंभ रहा है इनमें कलात्मक, सांस्कृतिक, सामाजिक, खेल, धार्मिक आदि गतिविधियों…

आम महोत्सव आज से प्रांरभ, 18 को होगा समापन 

प्रदर्शनी में किसान 20 प्रकार के आमों के साथ होंगे शामिल

भोपाल । राजधानी में आज अनेक गतिविधियों का शुभारंभ रहा है इनमें कलात्मक, सांस्कृतिक, सामाजिक, खेल, धार्मिक आदि गतिविधियों का आयोजन शामिल है। ऐसे ही कार्यक्रमों की श्रंखला में बिट्टन मार्केट स्थित नाबार्ड परिसर में आम महोत्सव का आयोजन 14 से 18 जून तक किया जा रहा है। प्रदर्शनी में 11 जिलों के किसान विक्रेता 20 प्रकार के आमों की किस्में लेकर उपस्थित होंगे। समय सुबह 11 बजे से रात आठ बजे तक रहेगा। प्रदर्शनी में शहरवासी उनसे आम खरीद भी सकेंगे। उधर राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में माह का प्रादर्श श्रंखला के तहत इस महीने मारा सिरपम शिव (भगवान शिव की एक काष्ट की छवि) को प्रदर्शित किया गया है। वीथी संकुल में इसे सुबह 11 बजे से शाम छह बजे तक देखा जा सकता है। मध्यप्रदेश जनजातीय संग्रहालय में गोंड चित्रकार रेशमा श्याम के चित्रों की प्रदर्शनी सह-विक्रय का संयोजन किया जा रहा है। 50वीं शलाका चित्र प्रदर्शनी को दोपहर 12 से रात 08 बजे तक देखा जा सकता है। स्वरांजलि म्यूजिकल ग्रुप की ओर से शहीद भवन में गीतकार की कलम से कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में महान गीतकार स्व मजरूह सुल्तानपुरी, आनंद बक्शी एवं शैलेंद्र को गीतों के माध्यम से श्रद्धांजलि दी जाएगी। इस मौके पर पर स्व शैलेंद्र के सुपुत्र दिनेश शैलेंद्र (लेखक एवं फिल्म डायरेक्टर) मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम शाम सात बजे से शुरू होगा। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय के शैक्षणिक कार्यक्रम करो और सीखों के अंर्तगत छह से 15 जून तक आयोजित फ्लावर रिलीफ कला पर पंजीकृत प्रतिभागियों को प्रदर्शन सह प्रशिक्षण सिरेमिक भवन में संजय सप्रे द्वारा दिया जा रहा है। फ्लावर रिलीफ मिट्टी में उकेर कर बनाई जाने वाली एक सुंदर रचना है। इस कार्यशाला में मिट्टी के प्लेट में आयताकार या गोलाकार रूप में फ्लावर रिलीफ बनाना सिखाया जा रहा है। प्रतिभागी मिट्टी, प्लास्टर आफ पेरिस, कलर, फाइबर मटेरियल आदि सामग्री की मदद से कलाकार के मार्गदर्शन में मोल्ड से फाइबर कास्टिंग करना और कलर करना सीख रहे हैं।