छत्तीसगढ़-बीजापुर में बुजुर्ग दम्पति को पांच साल से नहीं मिली पेंशन, 50 किमी सफर कर पटनम में लगाई गुहार
बीजापुर. बीजापुर के ग्राम पंचायत एड़ापल्ली के ईरपागुट्टा गांव के बुजुर्ग वेलादी बीरा और वेलादी हड़मा लड़खड़ाते हुए कदमों से हाथ में लकड़ी थामे दो दिनों से 50 किलोमीटर पैदल…
बीजापुर.
बीजापुर के ग्राम पंचायत एड़ापल्ली के ईरपागुट्टा गांव के बुजुर्ग वेलादी बीरा और वेलादी हड़मा लड़खड़ाते हुए कदमों से हाथ में लकड़ी थामे दो दिनों से 50 किलोमीटर पैदल और ट्रैक्टर से सफर तय कर पेंशन कि गुहार लगाने ब्लाक मुख्यालय भोपालपटनम पहुचे हैं। उन्हें तकरीबन पांच साल से पेंशन नहीं मिली है। सरकार कि महत्वपूर्ण योजना वृद्धावस्था पेंशन से वो वंचित है बुजुर्ग ने बताया कि पिछले पांच साल से पेंशन के लिए सचिव से गुहार लगा रहा है लेकिन उसके खाते में पेंशन जमा नहीं हो रही है।
अपनी समस्या बताते उन्होंने इससे पहले भी भोपालपटनम आकर पंचायत सचिव से मुलाक़ात कर चले गए सचिव द्वारा जल्द ही खाते में पेंशन आने की बात कहकर भेज देते हैं। नेशनल पार्क एरिया के एडापल्ली, सेंड्रा, बड़ेकाकलेड इन ग्राम पंचायतों के सैकड़ो लोगों को कई सालों से पेंशन नही मिल रहा है, सेंड्रा में 22, बड़ेकाकलेड़ में 37 और एडापल्ली में 34 हितग्राही है। इन लोगो को कई सालों से पेंशन नही मिल रहा है, और कई हितग्राही ऐसे भी है जिनका नाम भी नही जुड़ा है, आपको बता दे कि ग्रामीण आँचल के लोग ज्यादा बोल और समझ नहीं पाते है और उन्हें जिस तरह से बोला जाये वहीं सुन भी लेते है बुजुर्ग हड़मा नें बताया कि उनका सहारा कोई नहीं है बच्चे उनकी जरुरत पूरी नहीं करते कभी किसी चीज कि जरुरत पड़ी तो बार- बार मांगकर सुनना पड़ता है। शक्कर, चायपत्ती, साबुन जैसी जरुरी चीजों कि जरुरत रहती है।लेकिन उसके लिए पैसे नहीं रहते है।
दो दिन में किया 50 किलोमीटर का सफर तय
ब्लाक मुख्यालय भोपालपटनम से तक़रीबन 50 किमी दूर ईरपागुट्टा के बुजुर्ग दो दिनो का सफर तय कर अपनी समस्या सुनाने यहां आए है। घर से निकलने के बाद उन्होंने एक रात कानलापर्ती गांव मे रूककर दूसरे दिन वहां से फिर निकल गए, कुछ दूर चलने जे बाद वे ट्रेक्टर मे बैठकर भोपालपटनम पहुचे है। उन्होंने बताया कि गांव मे वो अकेले नहीं है उनके साथ और भी ग्रामीण है जिन्हे पेंशन नहीं मिल रहा है।
60 माह से नहीं मिला पेंशन
बुजुर्ग हड़मा नें बताया कि उन्हें 5 साल से पेंशन नहीं मिल रहा है पासबुक देखे तो 2017 के बाद खाते मे लेनदेन कि इंट्री नहीं हुई है। पीड़ित पासबुक आधार कार्ड वोटर आईडी ओरिजल और फोटो कॉपी लेकर घूम रहे है। बुजुर्ग ग्रामीणों ने बताया कि सचिव से मिलने गए थे, उसने कहा है कि अब अगले साल पेंशन मिलेगा। वही दूसरी ओर ग्राम पंचायत एडापल्ली के सचिव गोटा समैया ने बताया कि उनके पंचायत में कुल 34 हितग्राही है। जिसमे समाजिक सुरक्षा पेंशन के 15, वृद्धावस्था के 01, विधवा पेंशन केव14 और सुखद सहारा पेंशन के 4 हितग्राही है। उन लोगो के खाते केवाईसी नही होने के वजह से दो सालों से पेंशन नही आ रहा है।वही डिप्टी कलेक्टर व प्रभारी जनपद पंचायत भोपालपटनम के सीईओ दिलीप उइके ने कहा है कि नेशनल पार्क एरिया के बड़ेकाकलेड, सेंड्रा व एडापल्ली पंचायतों के कई ग्रामीणों के पास आधार कार्ड नहीं हैं। अभी हम भोपालपटनम में शिविर लगाकर आधारकार्ड बनवा रहे हैं। जिन पात्र लोगों को पेंशन नहीं मिल रहा है। उनकी जानकारी लेकर उन्हें तत्काल पेंशन दी जाएगी।