पूर्व, पश्चिम, उत्तर या दक्षिण किस दिशा में लगाएं दीवार घड़ी? यहां भूलकर भी ना लगाएं, वरना झेलनी पड़ेगी मुसीबतें!
वास्तु शास्त्र सिद्धांत में घर में रखी हर एक चीज का व्यक्ति के जीवन पर असर पड़ता है. जहां सही दिशा में रखी चीजों का सकारात्मक प्रभाव पड़ता है तो…
वास्तु शास्त्र सिद्धांत में घर में रखी हर एक चीज का व्यक्ति के जीवन पर असर पड़ता है. जहां सही दिशा में रखी चीजों का सकारात्मक प्रभाव पड़ता है तो वहीं गलत दिशा में रखी चीजों का नकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिलता है. इन्हीं वस्तुओं में से एक चीज जो हम सब के घरों में लगी होती है वो है दीवार पर लगी घड़ी. है कि घर में दीवार घड़ी को हमेशा सही दिशा और सही स्थान पर लगाना चाहिए. क्योंकि दीवार घड़ी घर में ऊर्जा प्रवाहित करती है. जिससे कि हमारे करियर को उन्नति और धन आगमन के रास्ते बनते हैं. इसलिए घर में सकारात्मक ऊर्जा फैलाना चाहते हैं तो घड़ी को सही दिशा में लगाएं. आइए जानते हैं घर में दीवार घड़ी लगाने की सही दिशा और स्थान कौन सा है.
दीवार घड़ी लगाने के लिए सही दिशा
– उत्तर दिशा: इस दिशा को धन के देवता कुबेर की दिशा भी माना जाता है. इसलिए वास्तु के अनुसार अगर आप इस दिशा में दीवार घड़ी लगाते हैं तो सुख-समृद्धि और आर्थिक उन्नति होती है.
इसके अलावा अगर आप घर के लिविंग रूम की उत्तर दिशा में दीवार घड़ी लगाएंगे तो उसकी पूर्ण ऊर्जा का संचार होगा. यह प्रगति और विकास का भी संचार करती है.
– पूर्व दिशा: शास्त्रों के अनुसार पूर्व दिशा को देवराज इंद्र की दिशा भी माना जाता है. यदि आप इस दिशा में घड़ी लगाते हैं तो इससे आपके स्वास्थ्य में वृद्धि होती है. मुख्यतः ये दिशा शयनकक्ष और स्टडी रूम के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होती है. क्योंकि यहां शैक्षणिक सफलता प्राप्त होती है.
– पश्चिम दिशा: माना जाता है कि पश्चिम दिशा जल के देवता वरुण देव को समर्पित मानी जाती है. इस दिशा में अगर आप दीवार घड़ी लगाते हैं तो यह आपकी ड्यूटी है कि आपकी घड़ी सुचारू ढ़ंग से चलती रहे क्योंकि इस जगह खराब घड़ियां शांति और स्थिरता को बाधित कर सकती हैं.
इन दिशाओं में भूलकर भी ना लगाएं घड़ी
– वास्तु के अनुसार दीवार घड़ी दक्षिण दिशा में नहीं लगानी चाहिए क्योंकि ये दिशा यम की दिशा मानी जाती है और इस दिशा में घड़ी लगाना अशुभ माना जाता है. क्योंकि इससे आपको कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है.