भारत ने नफरत को हरा दिया, मुस्लिम हितैषियों के सहारे मोदी; गदगद हुई पाकिस्तानी मीडिया…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सबसे ज्यादा सीटें जीती हैं, लेकिन स्पष्ट बहुमत हासिल करने से चूक गई। भारत में निचले सदन में 543…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सबसे ज्यादा सीटें जीती हैं, लेकिन स्पष्ट बहुमत हासिल करने से चूक गई।
भारत में निचले सदन में 543 सीटें हैं और बहुमत का दावा करने के लिए “272” जादुई संख्या है।
हालांकि भगवा पार्टी ने बड़ी संख्या में वोट हासिल किए हैं, लेकिन नतीजे पीएम मोदी और लगभग सभी मीडिया आउटलेट्स के एग्जिट पोल द्वारा बताई गई उम्मीदों के मुताबिक रहे।
भाजपा को अकेले 240 सीटें मिली हैं। हालांकि भाजपा के नेतृत्व वाले NDA गठबंधन ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया। मोदी की भाजपा द्वारा स्पष्ट बहुमत हासिल न कर पाने की चर्चा पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी हो रही है।
पाकिस्तान के डॉन से लेकर ट्रिब्यून तक, कई अखबारों ने भारत के लोकसभा चुनाव की कवरेज अपने पहले पन्ने पर छापी है। सभी अखबारों में नरेंद्र मोदी को स्पष्ट बहुमत न मिलने की बात को प्राथमिकता दी गई है।
डॉन अखबार ने अपने पहले पन्ने पर लिखा है कि ‘भारत ने नफरत को हरा दिया है।’ इस अंग्रेजी अखबार की हेडिंग कुछ इस प्रकार रही- ‘भारत ने नफरत को हरा दिया, मुस्लिम हितैषियों के सहारे मोदी।’
पाकिस्तान अखबार ने आगे लिखा, “मंगलवार को भारतीय मतदाताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को करारी हार दी लेकिन उनके राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को स्पष्ट बहुमत मिला।
हालांकि भाजपा को अपने दम पर बहुमत नहीं मिल पाया। मोदी को अपने दम पर दृढ़ बहुमत के साथ मनमाने ढंग से शासन करने की आदत है।
वे गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में 13 साल और प्रधानमंत्री के रूप में 10 साल इसी तरह से रहे। काल्पनिक एग्जिट पोल के विपरीत, जिसने उन्हें भारी बहुमत दिया, भारतीय मतदाताओं ने अब प्रधानमंत्री को बिहार और आंध्र प्रदेश के दो सहयोगियों की दया पर छोड़ दिया है।”
अखबार का इशारा बिहार के सीएम नीतीश कुमार की पार्टी JDU और आंध्र प्रदेश के संभावित सीएम चंद्रबाबू नायडू की TPD की ओर था।
इसने इन दोनों दलों को धर्मनिरपेक्ष पार्टियां कहा है। अखबार ने लिखा कि मोदी के ये सहयोगी हिंदुत्व के प्रति उनके उत्साह या मुसलमानों और अन्य अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने में यकीन नहीं रखते हैं।
इसके अलावा, डॉन अखबार ने केरल में भाजपा की जीत का जिक्र करते हुए कहा कि केरल में पहली बार भाजपा की एकमात्र जीत भी अल्पसंख्यकों के साथ उम्मीदवार के घनिष्ठ संबंधों पर आधारित बताई जा रही है।
इसके अलावा, समाचार लेख में लिखा था, ‘भाजपा ने अयोध्या में हार स्वीकार की जहां राम मंदिर का उद्घाटन किया गया; राहुल गांधी ने कहा कि मतदाताओं ने भाजपा को खदेड़ दिया है।’
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में फैजाबाद सीट पर भाजपा हार गई। यह वह निर्वाचन क्षेत्र है जहां अयोध्या राम मंदिर का निर्माण हुआ था।
एक अन्य पाकिस्तानी अखबार एक्प्रेस ट्रिब्यून ने लिखा कि ‘मोदी रिवर्स गियर में हैं।’ इसने लिखा कि मोदी के गठबंधन ने भले ही बहुमत हासिल कर लिया हो लेकिन एकतरफा प्रचंड जीत हासिल नहीं कर पाए। पाकिस्तान टूडे ने लिखा कि “भारत के मोदी ने तीसरी बार ऐतिहासिक जीत हासिल कर ली है लेकिन लेकिन बहुमत नहीं मिलना चौंकाने वाला रहा।”
लोकसभा चुनाव के परिणामों के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 543 सीट में से 240 सीट जीतीं और कांग्रेस ने 99 सीट पर जीत दर्ज की है।
भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने 543 सदस्यीय लोकसभा में 272 के बहुमत के आंकड़े को आसानी से पार कर लिया है। भाजपा ने हालांकि अपना पूर्ण बहुमत खो दिया है।
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