कंपनी के पास ऑर्डर की भरमार, रेलवे के इस शेयर से बरस रहा पैसा, ₹1475 तक जाएगा भाव…
कभी टीटागढ़ वैगन्स लिमिटेड के नाम से मार्केट धूम मचाने वाला रेलवे स्टॉक टीटागढ़ रेल सिस्टम्स के शेयर पिछले एक साल में 176 पर्सेंट से अधि रिटर्न दे चुका है।…
कभी टीटागढ़ वैगन्स लिमिटेड के नाम से मार्केट धूम मचाने वाला रेलवे स्टॉक टीटागढ़ रेल सिस्टम्स के शेयर पिछले एक साल में 176 पर्सेंट से अधि रिटर्न दे चुका है।
इस स्टॉक को लेकर एक्सपर्ट्स बुलिश हैं। ब्रोक्रेज फरम नुवामा की मानें तो अगले 12 महीनों में स्टॉक 1,475 रुपये तक पहुंच सकता है।
जबकि, सिस्टेमैटिक्स इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज का मानना है कि रेटिंग में और बदलाव पर रोक लग सकती है और निवेशक प्रोपल्शन शुरू होने (2 साल बाद), वंदे भारत ऑर्डर को सार्थक तरीके से क्रियान्वित करने और व्हीलसेट व्यवसाय शुरू होने का इंतजार करेंगे।
वैगन और कोच बनाने वाली इस कंपनी ने मार्च तिमाही में साल-दर-साल आधार पर 64 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 79 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया।
यह सालाना आधार पर 48.20 करोड़ रुपये था। टीटागढ़ रेल सिस्टम्स ने कहा कि ऑपरेशन से रेवेन्यू मार्च तिमाही में 8 प्रतिशत बढ़कर 1,052.4 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले की तिमाही में 974.20 करोड़ रुपये था।
प्रबंधन को उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष में बेंगलुरु, सूरत और अहमदाबाद मेट्रो रेल कोच पर काम होगा और प्रति माह 950-1,000 वैगन की डिलीवरी होगी।
बता दें ऑपरेटिंग लीवरेज की मदद से एबिटा मार्जिन सालाना आधार पर 160 आधार अंक बढ़कर 11.4 फीसद हो गया।
कंपनी ने 28,100 करोड़ रुपये की ऑर्डर बुक के साथ तिमाही समाप्त की, जिसमें से 14,800 करोड़ रुपये अगले तीन-पांच वर्षों में निष्पादित किए जाने हैं।
शुक्रवार को एनएसई पर यह शेयर सुबह 1227.15 रुपये पर खुला। इससे पहले गुरुवार को 1,212.70 रुपये पर बंद हुआ था। आज यह 1309.60 रुपये के ऑल टाइम हाई पर भी पहुंचा था।
सुबह साढ़े नौ बजे के करीब 6 फीसद ऊपर 1282 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। नुवामा का टार्गेट टीटागढ़ रेल सिस्टम में 22 प्रतिशत की संभावित बढ़त का सुझाव देता है।
सिस्टेमेटिक्स इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने स्टॉक को पहले के ‘खरीदें’ से घटाकर ‘होल्ड’ कर दिया है।
नुवामा ने कहा कि टीटागढ़ रेल सिस्टम्स का वैगन डिवीजन अब पूरी क्षमता से काम कर रहा है। प्रबंधन वित्त वर्ष 2025 में प्रति माह 950-1,000 वैगन का उत्पादन करना चाहता है, जो बाद में लगातार 1,000 वैगन प्रति माह तक बढ़ जाएगा।
नुवामा ने कहा कि कंपनी के पास 13,300 करोड़ रुपये के लंबे समय के लिए ऑर्डर हैं, जिनमें से 6300 करोड़ रुपये टीटागढ़ रेल सिस्टम्स का फोर्ज्ड व्हील ऑर्डर का हिस्सा है और 7,000 करोड़ रुपये वंदे भारत एएमसी जेवी में कंपनी की हिस्सेदारी से संबंधित है।
मार्च तिमाही में कंपनी को भारतीय रेलवे से 4,463 बीओएसएम वैगनों के निर्माण और स्पलाई के लिए 1,910 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला।
नुवामा ने कहा, “पुणे मेट्रो रेल कोच का ऑर्डर काफी हद तक खत्म हो चुका है कंपनी को बेंगलुरु मेट्रो रेल कोच ऑर्डर काम शुरू करने की उम्मीद है।
अहमदाबाद और सूरत मेट्रो रेल कोच ऑर्डर पर भी इस वित्तीय वर्ष के अंत में काम शुरू होना चाहिए।” वित्त वर्ष 2025 के अंत तक टीटागढ़ रेल सिस्टम्स को प्रति माह 15-20 कार्स का उत्पादन करने की उम्मीद है। ऑपरेटिंग लीवरेज के कारण, कंपनी को उम्मीद है कि यात्री कोच सेगमेंट में मार्जिन 10 फीसद तक बढ़ जाएगा।
(डिस्क्लेमर: एक्सपर्ट्स की सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं, लाइव हिन्दुस्तान के नहीं। यहां सिर्फ शेयर के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है, यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है और निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)