गांधी परिवार से एक ही व्यक्ति लड़ेगा लोकसभा चुनाव, प्रियंका रेस से बाहर; रायबरेली से राहुल की चर्चा…
लोकसभा चुनाव के लिए दो चरणों की वोटिंग संपन्न हो चुकी है। पांचवें चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 3 मई हो। हालांकि, अभी तक कांग्रेस पार्टी…
लोकसभा चुनाव के लिए दो चरणों की वोटिंग संपन्न हो चुकी है। पांचवें चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 3 मई हो।
हालांकि, अभी तक कांग्रेस पार्टी ने अमेठी और रायबरेली के लिए अपने कैंडिडेट के नाम की घोषणा नहीं की है। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, आज इन दोनों सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी जाएगी।
कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने इसके लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को अधिकृत किया है। आपको बता दें कि दोनों ही सीटों पर 20 मई को मतदान होना है।
सूत्रों से जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक, गांधी परिवार से कोई एक ही व्यक्ति चुनाव लड़ेगा। रायबरेली सीट छोड़ चुकी सोनिया गंधी राज्यसभा के रास्ते संसद तक पहुंची हैं। उनकी सीट को लेकर प्रियंका गांधी के नाम की खूब चर्चा हो रही है।
हालांकि, उन्होंने खुद इससे इनकार कर दिया है।
प्रियंका ने कहा है कि वह लोकसभा चुनाव में कांग्रेस कैंडिडेट के लिए सिर्फ प्रचार करना चाहती हैं। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि प्रियंका गांधी भी रायबरेली सीट से चुनाव लड़ने की इच्छुक हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ वंशवाद की राजनीति का मुद्दा उठाने के मद्देनजर राहुल गांधी इस विचार के पक्ष में नहीं हैं। राहुल भी नहीं चाहते हैं कि गांधी परिवार के तीनों सदस्य सांसद बनें।
अमेठी और रायबरेली गांधी-नेहरू परिवार के पारंपरिक क्षेत्र माने जाते हैं क्योंकि इस परिवार के सदस्यों ने कई दशकों तक इन सीट का प्रतिनिधित्व किया है।
सूत्रों ने कहा कि राहुल गांधी के रायबरेली से चुनाव लड़ने की संभावना है, लेकिन इस संबंध में गांधी परिवार द्वारा अंतिम फैसला लिया जाना अभी बाकी है। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों सीटों पर उम्मीदवार के नामों पर चर्चा के लिए बुधवार को एक बैठक हुई थी लेकिन कोई फैसला नहीं हुआ।
मंगलवार को अमेठी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी धरना दिया और मांग की कि पार्टी गांधी परिवार के किसी सदस्य को अमेठी लोकसभा क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाए।
अमेठी सीट का प्रतिनिधित्व 2004 से राहुल गांधी ने किया और वह लगातार तीन बार इस निर्वाचन क्षेत्र से संसद सदस्य चुने गए। वह 2019 में भाजपा की स्मृति ईरानी से चुनाव हार गए थे।