मसालों में टायफायड वाले बैक्टीरिया! अमेरिका ने रिजेक्ट किया MDH के 31% शिपमेंट…
अमेरिका के कस्टम अथॉरिटीज ने पिछले छह महीनों में साल्मोनेला के कारण महाशियान दी हट्टी यानी MDH प्राइवेट लिमिटेड द्वारा निर्यात किए गए सभी मसाला से संबंधित शिपमेंट में से…
अमेरिका के कस्टम अथॉरिटीज ने पिछले छह महीनों में साल्मोनेला के कारण महाशियान दी हट्टी यानी MDH प्राइवेट लिमिटेड द्वारा निर्यात किए गए सभी मसाला से संबंधित शिपमेंट में से 31 फीसद को रिजेक्ट कर चुका है।
अक्टूबर 2023 से रिफ्यूजल रेट पिछले साल भेजे गए सभी शिपमेंट के लिए 15 प्रतिशत से उछलकर दोगुनी हो गई है।
हाल के महीनों में साल्मोनेला कंटैमिनेशन की वजह से रिफ्यूजल रेट में उछाल ऐसे समय में आया है, जब सिंगापुर और हांगकांग दोनों ने मसालों में कार्सिनोजेनिक कीटनाशक का कथित पता चलने के बाद कुछ एमडीएच और एवरेस्ट के उत्पादों की सेल सस्पेंड कर दी है।
अक्टूबर 2023 से एमडीएच के सभी शिपमेंट का लगभग एक-तिहाई यानी 11 शिपमेंट को यूस ने रिजेक्ट कर दिया है। इसमें “मसाले, फ्लेवर और साल्ट” के रूप में वर्गीकृत उत्पाद शामिल हैं।
अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन के आंकड़ों से पता चला है कि अक्टूबर 2022 और सितंबर 2023 के बीच रिफ्यूजल रेट 15 प्रतिशत थी। इसके अतिरिक्त अक्टूबर 2020 से रिजेक्ट किए गए सभी एमडीएच एक्सपोर्ट शिपमेंट साल्मोनेला कंटैमिनेशन से प्रदूषित थे।
क्या है साल्मोनेला
अगर किसी खाद्य पदार्थ में साल्मोनेला बैक्टीरिया है और इसका सेवन करते हैं तो पेट में गंभीर इन्फेक्शन हो सकता है। ठीक से अगर न पकाया गया तो आंतों में संक्रमण हो सकता है।
टायफायड के लिए यही बैक्टीरिया जिम्मेदार होता है। साल्मोनेला बैक्टिरिया जानवरों जैसे अंडा, बीफ, कच्चे मुर्गों और फल-सब्जियों के साथ-साथ इंसान के आंतों में भी पाया जाता है।
एक खाद्य सुरक्षा विशेषज्ञ ने बताया कि यदि आप कटाई से लेकर प्रोसेसिंग से लेकर पैकेजिंग तक वैल्यू चेन मेंटेन नहीं करते हैं तो साल्मोनेला से बच नहीं सकते। एफडीए ने जनवरी 2022 में एमडीएच के मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट का निरीक्षण किया था। इस दौरान उसने पाया कि यूनिट में पर्याप्त स्वच्छता सुविधाएं नहीं थीं।
चालू अमेरिकी संघीय वित्त वर्ष (अक्टूबर 2023 से सितंबर 2024) में, सभी एवरेस्ट निर्यात शिपमेंट का 0.3 प्रतिशत रिजेक्ट कर दिया गया है,। पिछले वित्त वर्ष में यह 3 प्रतिशत था। अक्टूबर 2023 से कुल 5 शिपमेंट को रिजेक्ट कर दिया गया है। इनकार मुख्य रूप से लेबलिंग-संबंधित उल्लंघनों पर था।
कुल मिलाकर, अमेरिका वित्त वर्ष 21 और 23 के बीच भारत से भेजे गए सभी रिफ्यूजल शिपमेंट का लगभग 10 प्रतिशत “मसाले, फ्लेवर और साल्ट” कैटेगरी से संबंधित था।
सभी रिजेक्ट समानों में “miscellaneous food related items” 31 प्रतिशत के साथ पहले स्थान पर था।। “स्नैक फूड आइटम” और “बेकरी प्रोडक्ट” में क्रमशः 9 और 7 प्रतिशत की रिफ्यूजल रेट दर्ज की गई।
रिजेक्ट किए गए प्रोडक्ट का क्या होता है
एफडीए के दिशानिर्देशों के अनुसार, यदि किसी शिपमेंट को एंट्री से मना कर दिया जाता है, तो आयातक या तो इसे नष्ट कर सकता है या इसे अमेरिका से बाहर निर्यात कर सकता है। रिजेक्शन के बाद शिपमेंट का क्या होता है, इस पर एफडीए डेटा प्रकाशित नहीं करता है।