पश्चिमी घाट की रेकी, पुणे में आतंक फैलाने की थी योजना; ISIS मॉड्यूल केस में NIA का बड़ा खुलासा…
पुणे ISIS मॉड्यूल केस में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को एक पूरक आरोपपत्र दायर किया। इसमें हथियार, विस्फोटक, केमिकल और आईएसआईएस से संबंधित दस्तावेजों की जब्ती से संबंधित…
पुणे ISIS मॉड्यूल केस में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को एक पूरक आरोपपत्र दायर किया।
इसमें हथियार, विस्फोटक, केमिकल और आईएसआईएस से संबंधित दस्तावेजों की जब्ती से संबंधित पुणे आईएसआईएस मॉड्यूल मामले में चार और आरोपियों का नाम शामिल है।
इसके साथ, मामले में आरोपियों की कुल संख्या 11 हो गई है। एनआईए ने कहा है कि आरोपियों ने संभावित ठिकानों के लिए पश्चिमी घाट के इलाकों की रेकी की थी और पुणे और उसके आसपास आतंक फैलाने की योजना बनाई थी।
बता दें कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पुणे आईएसआईएस हथियार और विस्फोटक जब्ती मामले में चार और आरोपियों को नामित करते हुए अपना पहला पूरक आरोप-पत्र दाखिल किया है।
बयान के मुताबिक इसके साथ हथियारों, विस्फोटकों, रसायनों और आईएसआईएस से संबंधित साहित्य की जब्ती से संबंधित जुलाई 2023 के मामले में अब तक एनआईए द्वारा कुल 11 आरोपियों के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल किया जा चुका है।
एनआईए ने एक बयान में कहा कि चारों आरोपियों की पहचान मोहम्मद शाहनवाज आलम, रिजवान अली, अब्दुल्ला शेख और तल्हा लियाकत खान के रूप में की गई है। पूरक आरोप-पत्र बुधवार को दाखिल किया गया।
एनआईए ने बयान में कहा, ‘‘शमिल नाचन के खिलाफ अतिरिक्त आरोप लगाए गए हैं, उसका नाम आतंकवाद निरोधक एजेंसी द्वारा पहले दाखिल किए गए आरोप-पत्र में सात आरोपियों में से एक था।’’
मोहम्मद शाहनवाज आलम, जो पुणे के कोथरुड इलाके में मोटरसाइकिल चोरी के दौरान पकड़े जाने के बाद हिरासत से भाग गया था, उसे एनआईए ने आईएसआईएस मामले में गिरफ्तार और फरार आरोपियों के साथ संबंध के सिलसिले में पिछले साल दो नवंबर को गिरफ्तार कर लिया था। एनआईए ने एक बयान में कहा, ‘‘उसे हिरासत में ले लिया गया और उसके डीएनए का मिलान एजेंसी द्वारा पहले जब्त किए गए कपड़ों से लिए गए डीएनए नमूनों से किया गया।’’
पुणे आईएसआईएस मॉड्यूल मामले को जिसे एनआईए द्वारा पुणे आईएसआईएस हथियार और विस्फोटक जब्ती मामला भी कहा जाता है। यह मामला पिछले साल सामने आया था जब जुलाई में पुणे सिटी पुलिस की एक गश्ती टीम ने वाहन चोरी के संदेह में तीन संदिग्धों को पकड़ा था।
एक जांच से पता चला कि उनमें से दो (मोहम्मद यूसुफ खान और मोहम्मद यूनुस मोहम्मद याकूब साकी) दोनों मध्य प्रदेश के रतलाम से थे। वे आईएसआईएस से जुड़े होने के कारण 2022 में राजस्थान से एनआईए विस्फोटक बरामदगी मामले की मोस्ट वांटेड सूची में थे।
तीसरा संदिग्ध, झारखंड का मोहम्मद शाहनवाज आलम उर्फ शफी, उस समय पुणे पुलिस की हिरासत से भाग गया था। जांच शुरू में महाराष्ट्र एटीएस और बाद में एनआईए ने संभाली, जिसमें कहा गया कि सभी आरोपी एक अलग ‘पुणे आईएसआईएस मॉड्यूल’ का हिस्सा थे।
पिछले साल नवंबर में एनआईए ने पुणे आईएसआईएस मॉड्यूल मामले में सात आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था, जिनकी पहचान मोहम्मद इमरान, मोहम्मद यूनुस साकी, कादिर दस्तगीर पठान, सीमाब काजी, जुल्फिकार अली बड़ौदावाला और अकीफ नाचन और शमिल नाचन के रूप में हुई थी। काजी और पठान पुणे के रहने वाले हैं।