इजरायली एयर स्ट्राइक में टॉप ईरानी कमांडर मौसावी ढेर, भड़के ईरान ने बदला लेने की कसम खाई…
हमास के खिलाफ आर-पार की लड़ाई कर रही इजरायली सेना ने सिर्फ गाजा ही नहीं हमास के दोस्तों को भी निशाना बना रही है। जंग का लेटेस्ट अपडेट यह है…
हमास के खिलाफ आर-पार की लड़ाई कर रही इजरायली सेना ने सिर्फ गाजा ही नहीं हमास के दोस्तों को भी निशाना बना रही है।
जंग का लेटेस्ट अपडेट यह है कि इजरायली सेना ने लेबनान पर जमकर एयर स्ट्राइक की है, जिसमें ईरान का टॉप मिलिट्री कमांडर सैय्यद रजा मौसावी ढेर हो गया है।
इजरायल के इस हमले ने ईरान को भड़का दिया है। उसने मौत का बदला लेने की कसम खाई। वहीं, इजरायल ने मौसावी को हमास का दोस्त बताते हुए इस हमले को सही ठहराया है।
गाजा पर जमीनी हमले से इतर इजरायली सेना लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर बम बरसा रही है।
ताजा अटैक में इजरायली एयर फोर्स ने ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) के एक वरिष्ठ कमांडर और सीरिया और लेबनान ऑपरेशन के प्रभारी सैय्यद रजा मौसावी को मार डाला।
बताया जा रहा है कि मौसावी सीरिया में इजरायली हवाई हमले में कथित तौर पर मारा गया है।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
द जेरूसलम पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दमिश्क के ग्रामीण इलाके सेट जैनब के इलाके में विस्फोटों की आवाज सुनी गई। सोशल मीडिया पर हमले के वीडियो वायरल हो रहे हैं।
दमिश्क अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास विस्फोट के बाद धुएं के बादल दिखाई दे रहे हैं। इस क्षेत्र में ईरान का दबदबा है और अपने खिलाफ साजिश का आरोप लगाकर इजरायल अक्सर यहां हमले करता रहा है।
भड़के ईरान ने बदला लेने की कसम खाई
ईरानी स्वामित्व वाले चैनल प्रेस टीवी ने मौसवी की मृत्यु की पुष्टि की है। मौसावी को श्रद्धांजलि देते हुए उसकी पहचान सीरिया में “एक वरिष्ठ सलाहकार” के रूप में की। प्रेस टीवी के अनुसार, मौसवी कुद्स फोर्स के पूर्व प्रमुख कासिम सुलेमानी का करीबी साथी था, जो जनवरी 2020 में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारा गया था। उधर, इजरायली मीडिया ने मौसावी को सुलेमानी के बाद सबसे बड़ा टारगेट बताया।
इस बीच, ईरान ने मौसावी की हत्या का बदला लेने की कसम खाई है।
प्रेस टीवी पर पढ़े गए एक बयान में ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने कहा, “निस्संदेह, क्रूर जायोनी शासन को इस अपराध का दंड भुगतना होगा।” उन्होंने कहा, “यह कार्रवाई कब्जे वाले जायोनी शासन की हताशा, असहायता और अक्षमता का एक और संकेत है।”