अंबिकापुर और सरगुजा में शीतलहर, 4 जनवरी से तापमान में बढ़ोतरी की आशंका
रायपुर: उत्तर से आ रही शुष्क हवाओं के कारण गुरुवार को ठंड ने अपना असर दिखाया। हालांकि शुक्रवार से एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ ठंड के लिए दीवार बनेगा। इससे…
रायपुर: उत्तर से आ रही शुष्क हवाओं के कारण गुरुवार को ठंड ने अपना असर दिखाया। हालांकि शुक्रवार से एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ ठंड के लिए दीवार बनेगा। इससे ठंड कम होगी। शुक्रवार और शनिवार को न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा। वहीं उत्तरी छत्तीसगढ़ शीतलहर की चपेट में है। गुरुवार को प्रदेश में बलरामपुर सबसे ठंडा रहा। यहां का तापमान 5.2 डिग्री सेल्सियस रहा। जो सामान्य से 3.3 डिग्री कम है। मौसम विज्ञानी एएम भट्ट के अनुसार जनवरी में ठंड के तेवर तीखे रहने की संभावना है, हालांकि विक्षोभ सक्रिय रहेंगे लेकिन तापमान में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं होगी। अगले दो दिनों में विक्षोभ के असर से उत्तरी छत्तीसगढ़ में बादल छाए रहने की संभावना है।
4 से 7 जनवरी तक लगातार तापमान बढ़ने की संभावना
प्रदेश में 4 से 7 जनवरी तक लगातार न्यूनतम तापमान बढ़ सकता है। न्यूनतम तापमान में करीब 6 डिग्री की बढ़ोतरी होने की संभावना है। प्रदेश में 22 दिसंबर से ठंड गायब होने लगी थी। अब एक जनवरी से पारा फिर तेजी से गिरने लगा, ठंड के दो दिनों में दिन का पारा बढ़ गया है, पारा आठ डिग्री तक गिर गया है। प्रदेश में सबसे अधिक अधिकतम तापमान बीजापुर में 30.4 डिग्री और सबसे कम न्यूनतम तापमान बलरामपुर में 5.2 डिग्री दर्ज किया गया। शुक्रवार को रायपुर में आसमान साफ रहने की संभावना है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 29 डिग्री और 12 डिग्री के आसपास रहेगा।
चक्रवात हुआ सक्रिय
पश्चिमी विक्षोभ के रूप में चक्रवाती परिसंचरण ईरान के मध्य भागों पर समुद्र तल से 3.1 और 5.8 किमी ऊपर बना हुआ है और ऊपरी क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक द्रोणिका बनी हुई है, जिसकी धुरी समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर है, जिसके कारण तापमान में फिर बदलाव हुआ है। इस साल सबसे अधिक ठंड: रायपुर में पिछले 10 सालों में सबसे अधिक ठंड रही। हालांकि इसके बाद दिसंबर का तीसरा और चौथा सप्ताह गर्म रहा। बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के कारण ऐसा हुआ। यह स्थिति सिर्फ रायपुर में ही नहीं, बल्कि अन्य इलाकों में भी रही। शुक्रवार को न्यूनतम तापमान में फिर बढ़ोतरी होने की संभावना है।