मंत्र जाप में है बहुत ताकत, भोजन करने से पहले जरूर करें इस मंत्र का जाप, जानें इसका महत्व और क्यों है जरूरी?

हिन्दू धर्म शास्त्रों में ऐसी कई बातों का उल्लेख मिलता है जो हमारे जीवन में कई प्रकार के सकारात्मक बदलाव लाती हैं. भोजन को लेकर भी कुछ ऐसे ही नियम…

मंत्र जाप में है बहुत ताकत, भोजन करने से पहले जरूर करें इस मंत्र का जाप, जानें इसका महत्व और क्यों है जरूरी?

हिन्दू धर्म शास्त्रों में ऐसी कई बातों का उल्लेख मिलता है जो हमारे जीवन में कई प्रकार के सकारात्मक बदलाव लाती हैं. भोजन को लेकर भी कुछ ऐसे ही नियम हैं, जिनका पालन करने से हमारे शरीर को ऊर्जा मिलती है. इनमें भोजन से पहले हाथ धोना, जमीन पर बैठकर भोजन करने के अलावा मंत्र जाप भी शामिल है. इनका काफी महत्व धार्मिक शास्त्रों में बताया गया है.

आपने कई लोगों को देखा भी होगा जब वे भोजन करने से पहले ईश्वर को भोग लगाते हैं और एक मंत्र ”ॐ सह नाववतु. सह नौ भुनक्तु. सह वीर्यं करवावहै. तेजस्विनावधीतमस्तु. मा विद्विषावहै ॥ ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति:” का जाप करते हैं. कितना जरूरी है मंत्र जाप आइए जानते हैं

किसी भी प्रकार के पाप से बचाता है मंत्र जाप
ऐसी मान्यता है कि जब आप भोजन से पहले मंत्र जाप करते हैं तो यह हमें कई प्रकार के पापों से बचाता है. क्योंकि, इस दौरान हम उस ईश्वर को धन्यवाद दे रहे होते हैं जिन्होंने हमें भोजन उपलब्ध कराया है. साथ ही इस मंत्र से अनजाने में होने वाली गलतियों की क्षमा भी मांगी जाती है. ऐसे में यदि खाना बनाने से लेकर खाते समय आपसे कोई अनचाहे गलती हुई हो तो उससे भी मुक्ति मिलती है.

भोजन मंत्र से संस्कारों का प्रवेश
संस्कारों की हमारे जीवन में बड़ी भूमिका होती है और यदि आप भोजन से पहले मंत्र जाप करते हैं यानी कि ईश्वर को धन्यवाद देने के साथ ही क्षमा याचना करते हैं तो यह आपके संस्कारों को बढ़ाता है. इससे आपमें अच्छे संस्कार प्रवेश करते हैं औैर यह भोजन आपके लिए और भी फायदेमंद हो सकता है. इसलिए भोजन से पहले मंत्र जाप जरूरी बताया गया है.

नकारात्मकता होती है दूर
जब आप भोजन करते हैं तो कई सारी नकारात्मक ऊर्जा भी उत्तेजित होती हैं, जो आपके आस-पास ही होती हैं. ऐसे में जब आप भोजन करने से पहले मंत्र का जाप करते हैं तो नकारात्मक ऊर्जा के प्रवेश से भी आप बच जाते हैं. साथ ही आपके शरीर को सकारात्मक ऊर्जा मिलती है. इसलिए आपको भोजन से पहले मंत्र जाप जरूर करना चाहिए.