“एकजुट हो बांग्लादेश” – पुलिस वैन से जेल जाते हुए चिन्मय कृष्ण दास का जोशीला संदेश…

बांग्लादेश में हिंदू समुदाय और पुलिस के बीच भारी झड़प का मामला सामने आया है। हिंदू प्रदर्शनकारी इस्कॉन महंत चिन्मय कृष्ण दास को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किए जाने…

“एकजुट हो बांग्लादेश” – पुलिस वैन से जेल जाते हुए चिन्मय कृष्ण दास का जोशीला संदेश…

बांग्लादेश में हिंदू समुदाय और पुलिस के बीच भारी झड़प का मामला सामने आया है।

हिंदू प्रदर्शनकारी इस्कॉन महंत चिन्मय कृष्ण दास को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के बाद आक्रोश में हैं।

गिरफ्तारी के बाद ढाका कोर्ट के बाहर जेल वैन से चिन्मय दास ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि हम ‘एकजुट बांग्लादेश’ चाहते हैं। दास ने शांति बनाए रखने और अपने लोगों को लड़ाई जारी रखने की अपील की।

गिरफ्तारी के बाद सड़कों पर हिंदू समर्थक

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, एक वायरल वीडियो में चिन्मय कृष्ण दास जेल वैन से अपने समर्थकों को बंगाली में संबोधित करते नजर आए।

उन्होंने कहा, “हम संतानों का कर्तव्य है कि देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाएं। शांति हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। मांगें पूरी होने तक प्रदर्शन जारी रखें।” उनके इस बयान के बाद, सैकड़ों समर्थकों ने ‘न्याय दो’ और ‘चिन्मय दास को रिहा करो’ जैसे नारे लगाते हुए सुनाई दिए।

बांग्लादेश में पुलिस की बर्बरता

इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया, जिसमें एक शख्स की जान चली गई। बंग्लादेश ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, इस झड़प में छह लोगों के घायल हो गए।

गौरतलब है कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा और दमन के मुद्दों पर इस तरह के विरोध प्रदर्शन लगातार तेज हो रहे हैं।

विदेश मंत्रालय ने भी जताया कड़ा रुख

बांग्लादेश में इस स्थिति पर भारत ने आज गहरी चिंता जताई और बंगलादेश की सरकार से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता एवं अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करने की अपील की।

विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को यहां एक बयान में कहा, “हमने चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी और जमानत से इनकार पर गहरी चिंता व्यक्त की है। यह घटना बंगलादेश में चरमपंथी तत्वों द्वारा हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर कई हमलों के बाद हुई है।”

विदेश मंत्रालय ने कहा कि अल्पसंख्यकों के घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में आगजनी और लूटपाट के साथ-साथ चोरी और तोड़फोड़ और देवताओं और मंदिरों को अपवित्र करने के कई मामले दर्ज कराये गये हैं।

यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इन घटनाओं के अपराधी बड़े पैमाने पर खुले घूम रहे हैं जबकि शांतिपूर्ण माध्यम से वैध मांग करने वाले एक धार्मिक नेता के खिलाफ आरोप लगाए जा रहे हैं।

विदेश मंत्रालय ने कहा, “हम दास की गिरफ्तारी के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे अल्पसंख्यकों पर हमलों पर भी चिंता व्यक्त करते हैं। हम बंगलादेश के अधिकारियों से हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह करते हैं, जिसमें शांतिपूर्ण सभा और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार भी शामिल है।”

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