यात्रीगण ध्यान दें! इस वंदे भारत ट्रेन की टाइमिंग में बदलाव, सुबह जल्द उठने की टेंशन खत्म…
भारतीय रेलवे ने लंबे समय से चली आ रही यात्रियों की मांग पूरी कर दी है। कोयंबटूर से बेंगलुरु जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की टाइमिंग में बदलाव कर…
भारतीय रेलवे ने लंबे समय से चली आ रही यात्रियों की मांग पूरी कर दी है। कोयंबटूर से बेंगलुरु जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की टाइमिंग में बदलाव कर दिया गया है।
इससे यात्रियों को काफी राहत मिलने जा रही है, क्योंकि अब सुबह में 5 बजे जगने की टेंशन खत्म हो जाएगी।
जी हां, तमिलनाडु के कोयंबटूर से कर्नाटक की राजधानी जाने वाली यह ट्रेन अब सुबह 7:25 बजे रवाना होगी। इस ट्रेन की टाइमिंग में बदलाव की मांग लंबे समय से की जा रही थी।
कोयंबटूर से बेंगलुरु जाने वाली वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत पिछले साल 30 दिसंबर को हुई थी। इसके बाद से ही यात्रियों की यह शिकायत थी कि ट्रेन से यात्रा के लिए तड़के 5 बजे स्टेशन पहुंचना मुश्किल हो जाता है।
कोयंबटूर से रवाना होने के बाद अब यह वंदे भारत ट्रेन बेंगलुरु दोपहर 1:50 बजे पहुंचेगी। इसके बाद यह दोपहर 2:20 बजे बेंगलुरु से रवाना होगी और कोयंबटूर रात को 8:45 बजे पहुंच जाएगी।
मालूम हो कि यह ट्रेन गुरुवार को छोड़कर हफ्ते में बाकी सभी दिन ऑपरेट करती है। दक्षिण-पश्चिम रेलवे और दक्षिणी रेलवे को संबोधित रेलवे बोर्ड ने इसे लेकर पत्र लिखा है।
इसमें कहा गया कि रेल मंत्रालय ने (20641/20642) बेंगलुरु छावनी-कोयंबटूर वंदे भारत एक्सप्रेस के समय में बदलाव के प्रस्ताव को मंजूर कर दिया है।
साथ ही निर्देश दिया गया है कि समय परिवर्तन को लेकर बड़े पैमाने पर प्रचार किया जाए, ताकि अधिकतम लोगों को सूचना पहुंच सके।
बुजुर्ग यात्रियों को होती थी ज्यादा परेशानी
वंदे भारत ट्रेन के कोयंबटूर से रवाना होने का समय सुबह 5 बजे होने के चलते यात्रियों को काफी दिक्कत होती थी। खासतौर से बुजुर्ग यात्रियों के लिए सुबह में इतनी जल्दी तैयार होकर स्टेशन पहुंचना मुश्किल था।
साथ ही लोग यह भी शिकायत कर रहे थे कि भोर में उन्हें सवारियां नहीं मिलती हैं। ऐसे में लोगों को कैब बुक करके रेलवे स्टेशन पहुंचना पड़ता है।
इस प्रक्रिया में काफी पैसे खर्च हो जाते हैं। ऐसे संकेत भी मिलने लगे थे कि रेलवे बोर्ड ट्रेन के समय में बदलाव करने वाला है, क्योंकि जनवरी के आखिरी 2 हफ्तों के दौरान बुकिंग रोक दी गई थी।
इसके बाद 1 फरवरी को इसे दोबारा बहाल कर दिया गया।