छत्तीसगढ़-कबीरधाम में जनसमस्या निवारण शिविर में शराब पीकर पहुंचे बीईओ, कलेक्टर ने सस्पेंड करने का भेजा प्रस्ताव

कबीरधाम. पंडरिया ब्लॉक अंतर्गत ग्राम बाघामुड़ा में जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में पंडरिया के ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर (बीईओ) ने ही समस्या बढ़ा दी। बीईओ धनश्याम…

छत्तीसगढ़-कबीरधाम में जनसमस्या निवारण शिविर में शराब पीकर पहुंचे बीईओ, कलेक्टर ने सस्पेंड करने का भेजा प्रस्ताव

कबीरधाम.

पंडरिया ब्लॉक अंतर्गत ग्राम बाघामुड़ा में जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में पंडरिया के ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर (बीईओ) ने ही समस्या बढ़ा दी। बीईओ धनश्याम प्रसाद बेनर्जी शराब के नशे में ही शिविर में पहुंच गए थे। इसके बाद आबकारी उपनिरीक्षक पंडरिया द्वारा पुलिस स्टेशन आबकारी वृत्त पंडरिया के माध्यम से मेडिकल ऑफिसर सीएससी के समक्ष मुलाहिजा कराया।

मेडिकल ऑफिसर द्वारा प्रस्तुत जांच रिपोर्ट में हाई एल्कोहलिक होने की पुष्टि हुई। इसे देखते हुए कलेक्टर गोपाल वर्मा ने बीईओ को सस्पेंड करने दुर्ग कमिश्नर को प्रस्ताव भेजा है। भेजे गए पत्र में लिखा है कि बीईओ द्वारा किए गए इस कृत से शासन की छवि धूमिल हुई है। इस प्रकार श्री बेनर्जी का यह कृत्य प्रथम दृष्टया सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के तहत छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम वर्गीकरण अपील 1966 के नियम 9 (1) के प्रावधान अनुसार विपरीत पाया गया है। उक्त कृत्य के कारण इन्हे निलंबित किया जाना प्रस्तावित है। वहीं ग्राम बाघामुड़ा में आयोजित जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर में कुल 354 आवेदन प्राप्त हुए। प्राप्त आवेदन का जांच कर शिविर स्थल पर ही 145 आवेदन का निराकरण किया गया। शेष 209 आवेदन का त्वरित जांच कर नियमानुसार निराकरण किया जाएगा। शिविर में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के 55, राजस्व विभाग के 54, विद्युत विभाग के 35, सहकारिता विभाग के 3, खाद्य विभाग के 14, समाज कल्याण विभाग के 1, पीएमजीएसवाय विभाग के 3, परिवहन विभाग के 138, नगर पालिका के 1, श्रम विभाग के 34, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के 9, शिक्षा विभाग के 1, महिला एवं बाल विकास विभाग के 2, लोक निर्माण विभाग के 2 और जल संसाधन विभाग के 2 आवेदन प्राप्त हुए।

कलेक्टर ने जनसमस्या निवारण शिविर को संबोधित
कलेक्टर गोपाल वर्मा ने जनसमस्या निवारण शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि वह स्वयं किसान हैं और किसानों की समस्या को न केवल समझते हैं, बल्कि उन्हें महसूस भी करते हैं। उन्होंने कहा कि शिविर का मुख्य उद्देश्य शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी हर नागरिक तक पहुंचाना है, ताकि लोग इसका लाभ उठा सकें। कलेक्टर वर्मा ने बताया कि इस शिविर के माध्यम से प्रशासन आपके द्वार पर आया है, क्योंकि सभी लोग जिला कार्यालय नहीं आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि विभागों के स्टॉल द्वारा अपनी शिकायत प्रस्तुत कर सकते है। उसका निराकरण किया जाएगा। शिविर में विभिन्न विभाग के अधिकारी भी मौजूद है, जिन्होंने योजनाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने नागरिकों से आग्रह किया कि वे ध्यान से सुनें और योजनाओं का लाभ उठाएं।