दिवाली पर दौड़ी चली आएंगी मां लक्ष्मी, दरवाजे पर लगाएं इन पत्तों से बने तोरण, घर में हमेशा बरकरार रहेगी खुशहाली
हिंदू धर्म में दिवाली को ‘दीपों की रोशनी’ का पर्व माना जाता है. पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक मास की अमावस्या तिथि पर दीपावली मनाई जाती है. इस दिन…
हिंदू धर्म में दिवाली को ‘दीपों की रोशनी’ का पर्व माना जाता है. पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक मास की अमावस्या तिथि पर दीपावली मनाई जाती है. इस दिन पूरे देश को दीयों की रोशनी से रोशन करते हुए धन की देवी मां लक्ष्मी और भगवान गणेश को पूजा जाता है. इस दिन के पहले ही लोग अपने घर की साज सजा जोरो पर करते नजर आ रहे है. ऐसे मे कुछ लोग अपने घर मे तोरण भी लगाते है. ऐसे मे कुछ ऐसे पत्ते है जिनके तोरण बनाने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती है. आइए जानते है उज्जैन के पंडित आनंद भारद्वाज से कौन से पत्ते से घर पर तोरण दुवार बांधना चाहिए.
जरूर लगाए इन पतो के तोरण
पान के पत्तों से तोरण: पान के पत्ते का तोरण लगाना बहुत ही शुभ माना जाता है. पान के पत्ते को शुभता और समृद्धि का प्रतीक भी माना जाता है. इसे घर के मुख्य द्वार पर लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है. इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है. पान के पत्ते देवी – देवताओं को प्रसन्न करते हैं. इसलिए दिवाली के दिन पान के पते का तोरण लगाना शुभ होता है.
अशोक के पत्तों का तोरण: अशोक के पत्ते की माला बनाकर घर के मुख्य द्वार पर टांगने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं होता है. घर के मुख्य द्वार पर इसका वंदनवार बहुत ही शुभ माना जाता है. इसलिए दिवाली के दिन अशोक के पतो का तोरण जरूर बनाना चाहिए.
गेंदा के फूलों से तोरण: दिवाली पर कोशिश करें कि दरवाजे पर ताजा फूलों का तोरण ही लगाएं. इसकी खुशबू न सिर्फ आपके घर को महका देगी बल्कि इससे आपके घर में खुशहाली भी आएगी. इससे दरवाजे की सुंदरता तो बढ़ती ही साथ ही यह शुभ भी होता है. गेंदे के फूल के बारे में कहा जाता है कि यह वास्तव में एक फूल नहीं बल्कि छोटे-छोटे कई फूलों का एक गुच्छा होता है.गेंदे के फूल को आम के पत्तों के बंधनवार के साथ दरवाजे पर लगाने से सकारात्मकता घर में आती है.