दिल्ली में ठंड की दस्तक और दक्षिण में बारिश का कहर, पढ़ें लेटेस्ट वेदर अपडेट्स
जैसे-जैसे अक्टूबर का महीना आगे बढ़ रहा है, उत्तर भारत में ठंड ने अपनी हल्की-फुल्की दस्तक देनी शुरू कर दी है. खासकर दिल्ली और एनसीआर में सुबह और शाम को…
जैसे-जैसे अक्टूबर का महीना आगे बढ़ रहा है, उत्तर भारत में ठंड ने अपनी हल्की-फुल्की दस्तक देनी शुरू कर दी है. खासकर दिल्ली और एनसीआर में सुबह और शाम को ठंड महसूस की जा रही है. हालांकि, दिन के समय तापमान इतना अधिक है कि पंखे की आवश्यकता अभी भी बनी हुई है. मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में ठंड में बढ़ोतरी की उम्मीद है, खासकर दिवाली के आसपास.
दूसरी ओर दक्षिण भारत में मौसम का मिजाज एकदम अलग है. कर्नाटक और तमिलनाडु में भारी बारिश का सिलसिला जारी है. भारतीय मौसम विभाग ने 18 अक्टूबर के लिए येलो अलर्ट जारी किया है,
जिसमें इन क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है. इस वजह से जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है. स्थानीय निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है. केरल और आंध्र प्रदेश में भी बारिश की गतिविधियां जारी रह सकती हैं.
दिल्ली का तापमान
दिल्ली में ठंड का प्रभाव बढ़ रहा है. मौसम विभाग के अनुसार, 18 से 22 अक्टूबर के बीच अधिकतम तापमान 33 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा जबकि न्यूनतम तापमान 17 से 19 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है. दिन में धूप निकलने के बावजूद, सुबह और शाम के समय ठंड का एहसास होने लगा है. इस मौसम को ध्यान में रखते हुए विशेषज्ञों का मानना है कि दिवाली के आसपास ठंड में और वृद्धि देखने को मिलेगी.
उत्तर भारत के अन्य राज्यों का हाल
उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में मौसम साफ और शुष्क रहेगा. इन क्षेत्रों में बारिश या तूफान की कोई संभावना नहीं है. तापमान में गिरावट हो रही है, विशेषकर सुबह और रात के समय. हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में ठंड का असर तेजी से बढ़ रहा है, जबकि राजस्थान के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है.
आगामी दिनों का मौसम पूर्वानुमान
दिल्ली और उत्तर भारत के अन्य मैदानी इलाकों में अगले 7-10 दिनों तक बारिश की कोई संभावना नहीं है. दिन के समय धूप निकली रहेगी, लेकिन ठंड धीरे-धीरे बढ़ने की उम्मीद है. वहीं, दक्षिण भारत में बारिश का यह सिलसिला कुछ और दिनों तक जारी रहेगा, जिससे वहां के निवासियों को सतर्क रहना पड़ेगा.