बिलासपुर में करवा चौथ की तैयारी में कुम्हारों के चाक ने पकड़ी गति, सज गए चंदिया व जयपुर के दीये
बिलासपुर । करवा चौथ और दीवाली से पहले बिलासपुर के बाजारों में चहल-पहल बढ़ गई है। रेलवे परिक्षेत्र के स्टेशन रोड और तारबाहर चौक पर दीए और पूजा सामग्री की…
बिलासपुर । करवा चौथ और दीवाली से पहले बिलासपुर के बाजारों में चहल-पहल बढ़ गई है। रेलवे परिक्षेत्र के स्टेशन रोड और तारबाहर चौक पर दीए और पूजा सामग्री की दुकानें सजने लगी हैं। इस बार मध्य प्रदेश के चंदिया जिले से कुम्हारों की टोली पहले ही आ पहुंची है। उनके साथ लाए गए मिट्टी के दीए और करवे बाजार में खूब धूम मचा रहे हैं। कुम्हारों के चाक ने गति पकड़ ली है। दीयों के साथ-साथ मिट्टी की ग्वालिन भी बना रहे है।रेलवे स्टेशन मार्ग पर हर साल मध्य प्रदेश के चंदिया जिले से कुम्हारों की टोली दिवाली से पहले पहुंचती है।इस बार वे विजयादशमी की रात को ही यहां आ गए।
इस साल दीयों के डिज़ाइन में काफी बदलाव
पार्वती प्रजापति जो चंदिया से आई हैं बताती हैं कि इस बार उन्होंने करवा चौथ को ध्यान में रखते हुए विशेष करवे और पूजा में इस्तेमाल होने वाले मिट्टी के अन्य सामान भी तैयार किए हैं। उनकी दुकान पर डिज़ाइनर दीए खास आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। जिनकी मांग तेजी से बढ़ रही है। पार्वती का कहना है कि इस साल दीयों के डिज़ाइन में काफी बदलाव किया गया है। दूसरी ओर तारबाहर चौक में राजस्थानी दीए भी बिक रहे हैं, जो अपनी अनूठी कारीगरी और चमकदार रंगों के लिए मशहूर हैं। राजस्थानी दीयों की बनावट और रंग लोगों को खासतौर पर दिवाली के लिए पसंद आ रहे हैं।
चाक पर मिट्टी के दीए
स्थानीय कुम्हारों ने भी इस त्योहार के लिए तैयारी शुरू कर दी है। चाक पर मिट्टी के दीए, करवे और ग्वालिन तेजी से बनाए जा रहे हैं। बाजार में त्योहारों से पहले दीयों की भारी मांग होती है, और कुम्हार इस समय अपनी कला का बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। स्थानीय कुम्हारों का कहना है कि इस साल मिट्टी की क्वालिटी में भी सुधार किया गया है, जिससे दीए अधिक टिकाऊ हो गए हैं और जलाने पर ज्यादा देर तक जलते हैं। दीयों को रंगने के लिए प्राकृतिक रंगों का उपयोग किया जा रहा है। ताकि पर्यावरण को कोई नुकसान न पहुंचे।
बाजारों में बढ़ी ग्राहकों की भीड़
बाजारों में अब धीरे-धीरे ग्राहकों की भीड़ बढ़ने लगी है। करवा चौथ और दिवाली के लिए लोग दीए, करवे, और अन्य पूजा सामग्री खरीदने के लिए बाजारों का रुख कर रहे हैं। इस बार दुकानों की संख्या भी बढ़ रही है। ग्राहकों को अधिक विकल्प मिल रहे हैं। चंदिया और राजस्थानी दीए अपने आकर्षक डिज़ाइनों के चलते विशेष रूप से पसंद किए जा रहे हैं। इस बार बाजारों में मिट्टी से बने सजावटी सामान भी देखने को मिल रहे हैं, जिनका उपयोग लोग अपने घरों की सजावट के लिए कर रहे हैं।