दहशत: बहराइच में बारी-बारी से सोते हैं ग्रामीण लाठी लेकर भेडि़ए पर रखते हैं नजर

बहराइच। उत्तर प्रदेश के बहराइच में अभी भी भेड़िए का खौफ जारी है। बहराइच के गांवों में अभी भी लोग भेड़िए के खौफ में जी रहे हैं। ग्रामीणों का कहना…

दहशत: बहराइच में बारी-बारी से सोते हैं ग्रामीण लाठी लेकर भेडि़ए पर रखते हैं नजर

बहराइच। उत्तर प्रदेश के बहराइच में अभी भी भेड़िए का खौफ जारी है। बहराइच के गांवों में अभी भी लोग भेड़िए के खौफ में जी रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि हम दो लोग सोते है और एक जाग कर पहरा देते है फिर कुछ घंटे बाद वो जागते हैं और पहरा देते है फिर हम सोते है। इसी तरह से दो महीने से चल रहा है। कोई छत पर लाठी टॉर्च लेकर अपने परिवार को बचाने के लिए पहरेदारी कर रहा है तो कोई लाठी डंडे लेकर जागते रहो की आवाज लगा रहा है।
कुछ यही हाल महसी तहसील उन पचास गांव का है जहा पर आदम खोर भेड़िए की आने की दहशत बनी रहती है। क्या नौ जवान बुजुर्ग वा कुछ महिलाएं भी अपने दरवाजे के बाहर जागती हैं उनका कहना है कि कई बार भेड़िया हमारे दरवाजे तक आ चुका है इसलिए हम सभी रात में जागने को मजबूर है।मालूम हो कि आदमखोर भेड़िया बीते कई दिनों से वन विभाग 25 टीम और पूरे प्रशानिक अमले को लगातार चकमा देने में अब भी कामयाब है। महसी तहसील के जिन इलाकों में आदमखोर भेड़िए की तलाश हो रही अब उन इलाकों में बाढ़ का पानी भर गया है। जो वन विभाग के एक और परेशानी का सबब बन रहा है। जिन जगहों पर आदमखोर भेड़िए की लोकेशन मिल रही थी अब उन खेतो में पानी भर गया है। इससे भेड़िया बार बार अपनी लोकेशन बदल रहा है। फारेस्ट विभाग के अधिकारी की माने तो दो दिन पहले भेड़िए की लोकेशन मिल गई थी। लेकिन अब शायद वो किसी ऊंची जगह पर चला गया है लेकिन हमारे लोग हर तरह से तैयार है उसे पकड़ने के लिए। डीएफओ बहराइच ने बताया कि कमर तक पानी में जाकर हमारी टीमें आदमखोर भेड़िए को पकड़ने की लगातार कोशिश कर रही है। लेकिन भेड़िया एक जगह पर रुक नही रहा है इसकी वजह से उसकी लोकेशन बार बार बदल रही है।