बुरहानपुर की मिट्टी से बनी प्रतिमा से सजेगा महाराष्ट्र का पंडाल, बप्पा की खूब बरसी कृपा

महाराष्ट्र के लोगों पर इस बार भगवान श्री गणेश की अतिरिक्त कृपा बरसाने जा रही है. अभी तक महाराष्ट्र के लोग अपने यहीं पर भगवान श्री गणेश की प्रतिमाएं बनवाते…

बुरहानपुर की मिट्टी से बनी प्रतिमा से सजेगा महाराष्ट्र का पंडाल, बप्पा की खूब बरसी कृपा

महाराष्ट्र के लोगों पर इस बार भगवान श्री गणेश की अतिरिक्त कृपा बरसाने जा रही है. अभी तक महाराष्ट्र के लोग अपने यहीं पर भगवान श्री गणेश की प्रतिमाएं बनवाते थे. लेकिन इस बार उन्होंने सबसे अधिक मिट्टी से बनी भगवान श्री गणेश की प्रतिमाओं को ऑडर बुरहानपुर मे किया है. जो कलाकार बनाने में जुट गए हैं. इस बार कलाकारों का कहना है कि करीब 50 से अधिक प्रतिमाओं का हमारे पास आर्डर है. कलाकार 3 महीने पहले से प्रतिमाएं बना रहे हैं. इसमें गंगा की मिट्टी ताप्ती नदी की मिट्टी और खेतों की काली मिट्टी का इस्तेमाल किया जा रहा है.

50 से अधिक ऑर्डर महाराष्ट्र के मिले
लोकल 18 की टीम को कलाकार असीम कुमार शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि मैं 35 वर्षों से बुरहानपुर में मिट्टी से भगवान श्री गणेश की प्रतिमाएं बना रहा हूं. पहले केवल नाम मात्र के आर्डर ही मिलते थे. लेकिन इस बार 50 से अधिक ऑर्डर महाराष्ट्र के मिले हुए हैं. अब महाराष्ट्र के लोग भी मिट्टी से बनी भगवान श्री गणेश की प्रतिमाओं को पसंद कर रहे हैं. इस बार महाराष्ट्र के लोगों पर भगवान श्री गणेश की अतिरिक्त कृपा बरसेगी लोगों ने 4 फीट से लेकर तो 10 फीट तक की गणेश प्रतिमाओं के आर्डर दिए हैं. जिसको मेरे द्वारा अंतिम रूप दिया जा रहा है. 7 सितंबर को भगवान श्री गणेश का सार्वजनिक पांडालों सहित घरों में स्थापना होगी.

तीन मिट्टी से बनती है प्रतिमाएं
कलाकारों का कहना है कि गंगा मैया की मिट्टी ताप्ती मैया की मिट्टी और खेतों की काली मिट्टी से हम यह प्रतिमा बनाते हैं. प्रतिमा बनाने के लिए सबसे पहले घास का इस्तेमाल किया जाता है. घास से हम स्ट्रक्चर खड़ा कर लेते हैं. उसके बाद इस मिट्टी को लगाते हैं और आकार देना शुरू कर देते हैं. भगवान श्री गणेश की प्रतिमाएं बन जाती है. हमारे हाथों की कलाकारी लोगों को पसंद आ रही है. इसलिए लोग अब मिट्टी की प्रतिमा की ओर अपना रुझान बढ़ा रहे हैं. यह पर्यावरण का भी संदेश देती है.