एक भी बंधक जिंदा नहीं जाएंगे अगर…हमास ने दे डाली इजरायल को खुली चेतावनी; क्या करेंगे नेतन्याहू…

इजरायली बंधकों की रिहाई को लेकर फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास ने एक बयान जारी किया है। गाजा पट्टी में इजरायल के साथ युद्ध में शामिल हमास ने रविवार को चेतावनी…

एक भी बंधक जिंदा नहीं जाएंगे अगर…हमास ने दे डाली इजरायल को खुली चेतावनी; क्या करेंगे नेतन्याहू…

इजरायली बंधकों की रिहाई को लेकर फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास ने एक बयान जारी किया है।

गाजा पट्टी में इजरायल के साथ युद्ध में शामिल हमास ने रविवार को चेतावनी दी कि जब तक समूह की मांगें पूरी नहीं की जातीं, कोई भी बंधक क्षेत्र से जिंदा नहीं निकलेगा।

हमास की सशस्त्र शाखा के प्रवक्ता अबू ओबेदा ने इजरायली बंधकों की रिहाई को लेकर एक टेलीविजन में कहा, “न तो फासीवादी दुश्मन और उसका अहंकारी नेतृत्व… और न ही उसके समर्थक… बिना किसी मांगों को पूरा किए अपने बंधकों को जिंदा ले जा सकते हैं।” 

बता दें बीते दिनों हुए संघर्ष विराम के तहत बंधक बनाए गए 80 इजरायली बंधकों समेत 105 बंधकों को हमास ने रिहा कर दिया गया था, इसके बदले इजरायल ने 240 फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ा था। इजरायल के मुताबिक 137 बंधक अभी भी हमास के कब्जे में हैं।

वहीं  मध्यस्थ कतर ने चेतावनी दी है कि इजरायल द्वारा की जा रही लगातार बमबारी नए संघर्ष विराम के तहत बंधकों की रिहाई में बाधा डाल सकती है। कतर का कहना है कि इस बमबारी से दोनों पक्षों की बातचीत की खिड़की और संकरी होती जा रही हैं। वहीं हमास का कहना है कि वह इजरायली बलों से लड़ना जारी रखेगा।

17 हजार के पार पहुंचा मौत का आंकड़ा 
इजरायल-हमास युद्ध के मौजूदा हालातों की बात करें तो गाजा में मारे गए लोगों की संख्या 17,700 को पार कर गई है जिनमें करीब दो तिहाई संख्या महिलाओं और बच्चों की है। हमास नियंत्रित क्षेत्र में स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी। इजरायल ने दक्षिणी गाजा पट्टी में शनिवार को हवाई हमले और गोलाबारी तेज कर दी।

ये हमले अमेरिका द्वारा गाजा में मानवीय आधार पर तत्काल संघर्ष विराम की मांग करने वाले संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के खिलाफ वीटो का इस्तेमाल करने के एक दिन बाद हुए, जबकि इसे सुरक्षा परिषद के अधिकांश सदस्यों और कई अन्य देशों का समर्थन प्राप्त था। कुल 15 सदस्यीय परिषद में प्रस्ताव के पक्ष में 13 और विरोध में एक मत पड़ा जबकि ब्रिटेन अनुपस्थित रहा। 

इजरायल के रोड़ा बना यमन
इजरायल ने कहा कि सात अक्टूबर को इजरायल पर हमास के हमले के बाद जमीनी कार्रवाई में उसके 97 सैनिक मारे गए हैं। हमास के सात अक्टूबर के हमले में करीब 1,200 लोगों की मौत हुई थी जिनमें ज्यादातर आम नागरिक थे और उसने 240 लोगों को बंधक बना लिया था।

यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने धमकी दी है कि गाजा में भोजन और दवाओं की निर्बाध आपूर्ति जब तक सुनिश्चित नहीं की जाती, तब तक वह लाल सागर और अरब सागर से इजरायली बंदरगाहों की ओर जाने वाले हर पोत को रोकेगा। 

हूती विद्रोहियों ने पिछले सप्ताहों में लाल सागर में कई जहाजों पर हमला किया और इजरायल को निशाना बनाकर ड्रोन और मिसाइल हमले किए।

गाजा के एक छोटे से हिस्से में मामूली मानवीय सहायता पहुंच पा रही है। बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन का प्रशासन युद्ध विराम का विरोध कर रहा है।

उसका तर्क है कि इससे हमास इजरायल के लिए खतरा बना रहेगा। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने बताया कि प्रशासन ने इजरायल को 10.6 करोड़ अमेरिकी डॉलर से अधिक मूल्य के लगभग 14,000 राउंड टैंक गोला-बारूद की आपातकालीन बिक्री को मंजूरी दे दी है।