व्लादिमीर पुतिन ने अपने एक और पड़ोसी को धमकाया, बोले- फिनलैंड को अब दिक्कतें होने वाली हैं…

यूक्रेन के खिलाफ लड़ रहे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अब और पड़ोसियों को धमकाते नजर आ रहे हैं। हाल ही में उन्होंने NATO यानी नॉर्थ एटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन के सदस्य…

व्लादिमीर पुतिन ने अपने एक और पड़ोसी को धमकाया, बोले- फिनलैंड को अब दिक्कतें होने वाली हैं…

यूक्रेन के खिलाफ लड़ रहे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अब और पड़ोसियों को धमकाते नजर आ रहे हैं।

हाल ही में उन्होंने NATO यानी नॉर्थ एटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन के सदस्य बने फिनलैंड को कड़े शब्दों में चेतावनी दे दी है।

खास बात है कि पुतिन इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के दावे को खारिज भी कर चुके हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि रूस अब यूक्रेन के बाद नहीं रुकेगा।

पुतिन का कहना है कि फिनलैंड को ‘अब दिक्कतें होने वाली हैं।’ एक टीवी इंटरव्यू के दौरान उन्होंने फिनलैंड सीमा के पास ‘लेनिनग्राड मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट’ स्थापित करने का वादा कर रहे हैं।

साथ ही खबरें हैं कि उन्होंने यहां बलों की स्थिति को भी मजबूत करने की बात कही है। खास बात है कि इससे पहले रूसी राष्ट्रपति ने कहा था कि उन्हें NATO देशों के साथ उलझने में कोई दिलचस्पी नहीं है।

उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि NATO देशों का साथ उनका कोई भी क्षेत्रीय विवाद नहीं है। फिलहाल, यूक्रेन, जॉर्जिया और मोल्दोवा के कुछ हिस्सों में रूस का कब्जा है।

बाइडेन की बात को बताया बकवास
पुतिन ने रविवार को कहा कि नाटो देशों पर मॉस्को की संभावित हमले के बारे में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की टप्पिणी ‘बकवास’ है और यह बात वह (बाइडेन) खुद भी समझते हैं। पुतिन ने रोसिया 1 रिपोर्टर पावेल जरुबिन से कहा, ‘यह बकवास है। मुझे लगता है कि राष्ट्रपति बाइडेन को भी इसका एहसास है।

यह रूस पर उनकी गलत नीति को सही ठहराने उनका अपना तरीका है। रूस नाटो देशों के साथ संबंध विकसित करने में रुचि रखता है और इन संबंधों को खराब नहीं करना चाहता है।’

पुतिन ने कहा, ‘रूस के पास नाटो देशों से लड़ने का कोई कारण, कोई रुचि नहीं है, कोई भूराजनीतिक हित नहीं, कोई आर्थिक, राजनीतिक या सैन्य हित नहीं है।’

उन्होंने कहा कि रूस को नाटो देशों के साथ कोई समस्या नहीं है, वे ही हैं जो कृत्रिम रूप से समस्याएं पैदा करते हैं क्योंकि वे मॉस्को जैसा प्रतस्पिर्धी नहीं चाहते हैं।’