उसकी आंखें रोज मेरा रेप करती; हमास आतंकी के घर 54 दिन कैसे कैद में रही लड़की, सुनाई आपबीती…

पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजरायल पर किए आतंकी हमले के बाद से इजरायल और फिलिस्तीनी आतंकियों के बीच जंग चल रही है। इस जंग में हजारों लोग…

उसकी आंखें रोज मेरा रेप करती; हमास आतंकी के घर 54 दिन कैसे कैद में रही लड़की, सुनाई आपबीती…

पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजरायल पर किए आतंकी हमले के बाद से इजरायल और फिलिस्तीनी आतंकियों के बीच जंग चल रही है।

इस जंग में हजारों लोग मारे जा चुके हैं, अकेले गाजा शहर में 21 हजार से ज्यादा की मौत हो चुकी है। वहीं, इजरायली खेमें से मरने वालों की संख्या 1300 से थोड़ा ज्यादा है।

नए साल पर भयंकर होती जा रही इस जंग में इजरायल की सबसे बड़ी मुश्किल यह है कि उसके 100 से अधिक नागरिक अभी भी हमास के कब्जे में है, जिन्हें छुड़ाने के लिए वो ऐड़ी-चोटी का जोर लगा रहा है।

इस बीच हमास आतंकियों के कब्जे से छूटी 21 साल की लड़की ने अपनी आपबीती शेयर की है।

एक चैनल से बातचीत में उसने बताया कि कैसे 54 दिन वो एक हमास आतंकी के घर पर 24 घंटे उसकी आंखों के सामने रही। वो बताती है कि वो अपनी आंखों से हर रोज रेप करता।

पिछले साल युद्ध के दौरान इजरायल और हमास के बीच संघर्ष विराम में दोनों खेमों ने एक-दूसरे के बंधकों को रिहा किया था। इसमें इजरायली-फ्रांसीसी लड़की मिया स्कीम भी थी।

21 साल की मिया को हमास के आतंकवादियों ने तब पकड़ा, जब 7 अक्टूबर को गाजा सीमा के पास एक पार्टी में वो अपने दोस्तों के साथ इंजॉय कर रही थी।

7 अक्टूबर को  फिलिस्तीनी आतंकियों द्वारा गोली लगने से घायल हुई मिया का वीडियो सुर्खियों में भी आया था। उसे हमास आतंकी अपने साथ गाजा ले गए थे।

इज़राइली टीवी चैनल 13 पर एक इंटरव्यू में स्कीम बताती है कि उसे हमास के आतंकी के घर कैद पर रखा गया था। उसे हर दिन डर लगा रहता था कि उसके साथ रेप किया जाएगा। वह हर वक्त डरी-सहमी सी रहती थी।

वो आतंकी के साथ 24 घंटे उसकी आंखों के सामने ही रहती थी। उसी घर में उस आतंकी की बीवी और बच्चे भी रहते थे।

‘वो अपनी आंखों से रोज मेरा रेप करता’
मिया ने कहा, “(मुझे) एक अंधेरे कमरे में बंद कर दिया गया था। बात करने की इजाजत नहीं थी। न देखने की, न सुनने की। वहां एक आतंकवादी चौबीसों घंटे मेरी तरफ देखता रहता था।

मैं उसकी आंखों से हर रोज अपना बलात्कार होते महसूस करती थी। वह पल मेरे लिए बहुत मुश्किल भरे थे। मैंने उस कमरे में 54 दिन बिताए।” उन्होंने कहा, “बलात्कार होने का डर हमेशा रहता था। मैं हर पल डरी हुई थी।” 

मिया कहती है कि घर में उसकी पत्नी की मौजूदगी ने उसे थोड़ा सहज जरूर कराया लेकिन, उस महिला ने भी उसके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया।

मिया ने कहा, “उसकी पत्नी बच्चों के साथ कमरे के बाहर थी। यही एकमात्र कारण था कि उसने मेरे साथ बलात्कार नहीं किया।”

गौरतलब है कि हमास ने अपने बंदूकधारियों द्वारा इजरायली बंदियों के यौन शोषण के आरोपों से इनकार किया है। मिया स्कीम को 30 नवंबर के दिन हमास के कब्जे से रिहा किया गया था।