समंदर में अमेरिका ने लिया बदला, तीन हूती नौकाओं को लाल सागर में डुबोया; कंटेनर शिप पर किया था हमला…

अमेरिका ने हूती विद्रोहियों से समंदर में बदला ले लिया है। अमेरिकी नेवी हेलीकॉप्टर्स ने यमन समर्थित हूतियों द्वारा चलाई जा रही तीन नौकाओं को डुबो दिया। सेना ने रविवार को इस बारे…

समंदर में अमेरिका ने लिया बदला, तीन हूती नौकाओं को लाल सागर में डुबोया; कंटेनर शिप पर किया था हमला…

अमेरिका ने हूती विद्रोहियों से समंदर में बदला ले लिया है।

अमेरिकी नेवी हेलीकॉप्टर्स ने यमन समर्थित हूतियों द्वारा चलाई जा रही तीन नौकाओं को डुबो दिया।

सेना ने रविवार को इस बारे में जानकारी दी। यूएस सेंट्रल कमांड द्वारा जारी बयान के मुताबिक चार हूती नौकाओं ने रेड सी में एक कंटेनर शिप मार्सक हांग्जो को घेर लिया।

यह लोग शिप के 20 मीटर करीब तक पहुंच गए थे। इसके बाद इनकी तरफ से अमेरिकी हेलीकॉप्टर्स पर फायरिंग की गई।

आत्मरक्षा में हेलीकॉप्टर्स ने भी फायरिंग की और तीन छोटी नौकाओं को डुबो दिया। वहीं, चौथी नौका वहां से भागने में कामयाब रही।

24 घंटे के अंदर दूसरी बार निशाना
बयान के मुताबिक डेनमार्क की एक शिप, मार्सक हांग्जो को लाल सागर में 24 घंटे के अंदर दूसरी बार निशाना बनाया गया था। इसके बाद उन्होंने अमेरिकी नेवी से मदद मांगी।

इससे पहले इस जहाज को दो एंटी-शिप बैलेस्टिक मिसाइल से निशाना बनाया गया था, जिन्हें अमेरिकी सेना ने मार गिराया। हूती के नियंत्रण वाले यमन से दागी गई एक मिसाइल ने शिप को हिट भी किया था।

गौरतलब है कि हूती विद्रोहियों ने लाल सागर के महत्वपूर्ण शिपिंग लेन में जहाजों को बार-बार निशाना बनाया है।

उनका कहना है कि वे गाजा में फिलिस्तीनियों के समर्थन में हैं, जहां इजरायल आतंकवादी समूह हमास से लड़ रहा है।

ट्रांजिट रूट पर खतरा
हमले एक ट्रांजिट रूट को खतरे में डाल रहे हैं जहां से वैश्विक व्यापार का 12 फीसदी सामान गुजरता है। लाल सागर में शिपिंग को बचाने के लिए ही अमेरिका ने इस महीने एक मल्टीनेशनल नेवी टास्क फोर्स बनाई है।

गौरतलब है कि फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह ने 7 अक्टूबर को गाजा से सीमा पार से एक चौंकाने वाला हमला किया। इसमें करीब 1,140 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे।

इसके बाद से ही हमास और इजरायल में युद्ध चल रहा है। हमास के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक अमेरिका ने इजरायल का समर्थन करने के लिए सैन्य सहायता भेजी।

इसके अनुसार इजरायल के सैन्य अभियान में 21,672 लोग मारे गए हैं, जिनमें ज्यादातर नागरिक भी हैं।