हिचकोले खा रही चीन की अर्थव्यवस्था, घटती महंगाई ने दे दी बड़ी टेंशन…

चीन की अर्थव्यवस्था लंबे समय से हिचकोले खा रही है और इसके रिकवर होने के भी कोई संकेत नहीं दिखाई दे रहे हैं। दुनियाभर में भले ही चीन अपने हाथ-पांव…

हिचकोले खा रही चीन की अर्थव्यवस्था, घटती महंगाई ने दे दी बड़ी टेंशन…

चीन की अर्थव्यवस्था लंबे समय से हिचकोले खा रही है और इसके रिकवर होने के भी कोई संकेत नहीं दिखाई दे रहे हैं।

दुनियाभर में भले ही चीन अपने हाथ-पांव पसारकर दबदबा बनाने का प्रयास कर रहा हो पर इस समय जिनपिंग की कम्युनिस्ट सरकार चीन को संकट से उबारने में सफल नहीं हो पा रही है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन में औद्योगिक विकास ठप हो गया है। वहीं तेजी से घटती महंगाई भी अर्थव्यवस्था के लिए नकारात्मक संकेत दे रहे हैं। 

चीन अब अपनी आर्थिक बैठकों में मांग को बढ़ाने और इंडस्ट्री को अपडेट करने की बात करता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन में घरेलू मांग में बड़ी कमी देखी जा रही है।

बहुत सारे उद्योगों में मांग से ज्यादा प्रोडक्शन हो रहा है। हालांकि इन सबके पीछे चीन के लिए बड़ा आर्थिक संकट छिपा हुआ है। वहीं चीन की सरकार इस संकट को मानने को तैयार नहीं है। सरकार का कहना है कि उसकी विकास दर धीरे-धीरे सुधर रही है। 

बता दें कि कोरोना काल के बाद चीन की अर्थव्यवस्था में सुधार नहीं हो पाया है। दुनियाभर में मांग में कमी की वजह से चीन की अर्थव्यवस्था सबसे ज्यादा प्रभावित हुई। चीन अब भयंकर बेरोजगारी का सामना कर रहा है।

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन के नेताओं ने अब उद्योगपतियों से मुलाकात करके रोजगार पैदा करने के बारे में बातचीत शुरू की है। 

सोमवार और मंगलवार को बीजिंग में इकॉनमिक वर्क कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। इसमें राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी हिस्सा लिया।

इसके अलावा इसमें पॉलिटब्यूरो स्टैंडिंग कमेटी के सभी सात सदस्य शामिल थे। बता दें कि इस साल चीन में उपभोक्ता कीमतों में तेजी से गिरावट आई है। अक्टूबर महीने में 2022 के मुकाबले चीन का सीपीआई 0.5 फीसदी तक कम हो गया है। 

महंगाई कम होने के पीछे घरेलू डिमांड में कमी  बताई जा रही है। चीन की सीपीआई डिफ्लेशन की तरफ जा रही है। वहीं चीन के उत्पादक मूल्य सूचकांक में भी लगातार 14वें महीने गिरावट आई है।