इस मुस्लिम देश की हो गई बल्ले-बल्ले, भारत ने रमजान में दिया तोहफा; खूब बनेंगे इफ्तार में पकवान…

भारत ने इस्लामिक देश संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को रमजान में खास तोहफा दिया है। भारत की तरफ से यूएई को निर्यात की जाने वाले प्याज की खेप में बढ़ोतरी…

इस मुस्लिम देश की हो गई बल्ले-बल्ले, भारत ने रमजान में दिया तोहफा; खूब बनेंगे इफ्तार में पकवान…

भारत ने इस्लामिक देश संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को रमजान में खास तोहफा दिया है।

भारत की तरफ से यूएई को निर्यात की जाने वाले प्याज की खेप में बढ़ोतरी कर दी गई है।

भारत ने यूएई को अब 10,000 टन प्याज निर्यात करने की अनुमति दी है, जिससे आने वाले दिनों में इस्लामिक देश में प्याज की कीमतें कम हो जाएंगी।

खलीज टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यह घोषणा अगले सप्ताह ईद-उल-फितर से कुछ ही दिन पहले की गई है।

रमजान के महीने में इस्लामिक देश में प्याज, अन्य सब्जियों और मसालों जैसी उपभोग योग्य वस्तुओं की मांग काफी बढ़ गई थी। मांग बढ़ने की वजह से इनकी कीतमों में भी इजाफा देखा गया था।

यूएई में बढ़ गई थी प्याज की कीमतें 
यूएई में प्याज की कीमतों में हाल ही में भारी वृद्धि हुई है। हाल के दिनों में जो प्याज दो से तीन दिरहम प्रति किलो बिकता था वह महंगाई के कारण सात दिरहम प्रति किलो से अधिक तक पहुंच गया है।

विदेश व्यापार महानिदेशक ने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात को 10,000 टन प्याज निर्यात करने की हालिया घोषणा भारत में वाणिज्य और व्यापार मंत्रालय के तहत काम करने वाली संस्था नेशनल कोऑपरेटिव एक्सपोर्ट्स लिमिटेड (एनसीईएल) के माध्यम से की जाएगी।

भारत ने पहले बंद कर दिया था निर्यात
यह 10,000 टन पिछले महीने यूएई को भेजे गए 14,400 टन के अतिरिक्त है। इससे पहले, भारत ने कुछ देशों को 79,150 टन निर्यात की शिपिंग को मंजूरी दी थी।

दुनिया के सबसे बड़े प्याज निर्यातक देशों में से एक भारत ने घरेलू बाजारों में वृद्धि के कारण प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है।

यूएई में स्थिर हो जाएंगी प्याज की कीमतें
अल माया ग्रुप के ग्रुप डायरेक्टर और पार्टनर कमाल वाचानी ने कहा कि यह उपभोक्ताओं के लिए एक बहुत ही सकारात्मक है, इससे यूएई में प्याज की कीमतें स्थिर हो जाएंगी। उन्होंने कहा, “यूएई में उपभोक्ता शानदार गुणवत्ता और स्वाद के लिए भारतीय प्याज पसंद करते हैं।”

प्याज के निर्यात में बढ़ोतरी दोनों देशों के बीच व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) पर हस्ताक्षर के मद्देनजर हुई है।

यह समझौता व्यापार को बढ़ावा देता है और महत्वपूर्ण वस्तुओं के व्यापार को सुविधाजनक बनाता है।