इजरायल ने राफा बॉर्डर पर मस्जिदों को बनाया निशाना, बिछा दीं लाशें; 2 बंधकों को छुड़ाने का दावा…

इजरायल ने दक्षिणी गाजा के राफा बॉर्डर पर बड़ी एयर स्ट्राइक की है। इसमें कम से कम 63 लोगों के मारे जाने का दावा किया गया है। वहीं इजरायल का…

इजरायल ने राफा बॉर्डर पर मस्जिदों को बनाया निशाना, बिछा दीं लाशें; 2 बंधकों को छुड़ाने का दावा…

इजरायल ने दक्षिणी गाजा के राफा बॉर्डर पर बड़ी एयर स्ट्राइक की है। इसमें कम से कम 63 लोगों के मारे जाने का दावा किया गया है।

वहीं इजरायल का कहना है कि उसकी सेना ने दो बंधकों को हमास के कब्जे से छुड़ाया है।

अलजजीरा कि रिपोर्ट के मुताबिक राफा बॉर्डर पर आईडीएफ ने कम से कम 14 घरों और तीन मस्जिदों को निशाना बनाया। इजरायल ने भीड़भाड़ वाले इलाके में बमबारी की। 

इजरायल की सेना ने बयान जारी कर कहा कि शाबौरा डिस्ट्रिक्ट में आतंकियों पर हमला किया गया है जो कि अब पूरा हो चुका है।

दावा किया गया कि राफा में ऑपरेशन चलाकर दो बंधकों को मुक्त कराया गया। उनके नाम फर्नांडो साइमन और लुइस हार बताए गए हैं।

इजरायल ने कहा कि मुक्त कराए गए बंधक सही हालात में हैं। इजरायल का कहना है कि राफा में होने वाले हमले के बाद हमास को मजबूरन बंधकों को छोड़ना पड़ेगा।

बता दें कि गाजा में राफा बॉर्डर को ज्यादा सुरक्षित माना जाता था। हालांकि इजरायल के हमले के बाद अब यहां भी बहुत सारे लोगों के मारे जाने की आशंका है।

गाजा में हमलों के बाद लगभग 14 लाख लोग राफा में आकर रहने लगे हैं। ऐसे में यहां काफी भीड़ हो गई है। वहीं हमास ने कहा है कि इजरायल निर्दयता कर रहा है। वह मासूम लोगों को मौत के घाट उतार रहा है। 

हमास ने कहा, फांसीवादी सेना ने राफा में हमला कर दिया जिसमें कम से कम 100 लोग शहीद हो गए। वे हमारे मासूम फिलिस्तीनियों पर कहर बरपा रहे हैं।

फिलिस्तीनियों को मारने की उनकी साजिश है। वे पहले लोगों को एक क्षेत्र को खाली करने को कहते हैं। जब वे एक जगह इकट्ठा हो जाते हैं तो उन्हें निशाना बनाया जाता है।

बता दें कि रविवार को ही यूएस के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नेतन्याहू से फोन पर बात की थी और कहा था कि राफा में तब तक अटैक ना करें जब तक कि सुनिश्चित ना कर लिया जाए कि आम लोगों की जान नहीं जाएगी। 

वहीं नेतन्याहू ने यह भी वादा किया था कि राफा के लिए लोगों के सुरक्षित पहुंचने का वह ध्यान रखेंगे। वहीं गाजा के लोगों के एजिप्ट जाने को लेकर भी तनाव कामय है। एजिप्ट नहीं चाहता है कि फिलिस्तीनी उसके देश में प्रवेश करें।