गांधी फैमिली ने तो बलि का बकरा ही बनाया, नरसिम्हा राव को भारत रत्न मिलने पर बोला परिवार…

पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को भारत रत्न मिलने पर परिवार की प्रतिक्रिया सामने आई है। सम्मान देने पर जहां परिवार ने खुशी जताई है, वहीं कांग्रेस पार्टी के रवैये…

गांधी फैमिली ने तो बलि का बकरा ही बनाया, नरसिम्हा राव को भारत रत्न मिलने पर बोला परिवार…

पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को भारत रत्न मिलने पर परिवार की प्रतिक्रिया सामने आई है।

सम्मान देने पर जहां परिवार ने खुशी जताई है, वहीं कांग्रेस पार्टी के रवैये पर नाराजगी जताई है। नरसिम्हा राव के पोते एनवी सुभाष ने कहाकि गांधी परिवार ने हमेशा उन्हें बलि का बकरा बनाया।

भाजपा नेता सुभाष ने कहाकि नरसिम्हा राव कांग्रेस पार्टी से थे, इसके बावजूद पीएम मोदी ने उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया है।

अब मैं यूपीए सरकार, खासतौर पर गांधी परिवार को दोषी ठहराता हूं। 2004 से 2014 तक यूपीए सत्ता में थी। तब भारत रत्न या कोई अन्य कोई सम्मान देना तो दूर, गांधी परिवार ने उन्हें हमेशा कांग्रेस की गलतियों के लिए बलि का बकरा बनाया।  

हमारे लिए गर्व की बात
एनवी सुभाष ने कहाकि यह हमारे लिए गर्व की बात है। यह हमारे लिए सम्मान की बात है कि इस महत्वपूर्ण मोड़ पर जहां नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय नेता बन गए हैं।

वह पूरी दुनिया के नेता के रूप में वह लगातार अन्य नेताओं को मान्यता दे रहे हैं। उन्होंने आगे कहाकि मैं इस समय बेहद भावुक महसूस कर रहा हूं, क्योंकि हम उम्मीद कर रहे थे कि भारत रत्न मिलने में देरी होगी।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न के रूप में दिए जाने की घोषणा की है।

पीएम मोदी ने कहाकि एक प्रतिष्ठित विद्वान और राजनेता के रूप में नरसिंह राव गारू ने विभिन्न पदों पर रहते हुए बड़े पैमाने पर भारत की सेवा की।

पीएम ने कहाकि नरसिम्हा राव ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और कई वर्षों तक संसद सदस्य और विधान सभा सदस्य के रूप में काम किया है, जिसके लिए उन्हें याद किया जाता है।

पीएम ने की तारीफ
पीएम मोदी ने नरसिम्हा राव की तारीफ करते हुए कहाकि उनके दूरदर्शी नेतृत्व ने भारत को आर्थिक रूप से उन्नत बनाने, देश की समृद्धि और विकास के लिए एक ठोस नींव रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री के रूप में नरसिम्हा राव गारू का कार्यकाल काफी अहम रहा। इसने भारत को ग्लोबल मार्केट के लिए खोल दिया।

इससे देश में आर्थिक विकास के एक नए युग को बढ़ावा मिला। इसके अलावा, भारत की विदेश नीति, भाषा और शिक्षा के क्षेत्रों में उनका योगदान एक नेता के रूप में उनकी बहुमुखी विरासत को रेखांकित करता है।

उन्होंने न केवल महत्वपूर्ण परिवर्तनों से भारत को आगे बढ़ाया बल्कि इसकी सांस्कृतिक और बौद्धिक विरासत को भी समृद्ध किया।

5 साल पूरा करने वाले पहले गैर कांग्रेसी
संयुक्त आंध्र प्रदेश में जन्मे नरसिम्हा राव वर्ष 1991 से 1996 तक भारत के प्रधानमंत्री पद पर रहे थे।  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अन्य भाजपा नेता भी राव की उपेक्षा को लेकर कांग्रेस की लगातार आलोचना करते रहे हैं।

भाजपा अक्सर यह आरोप भी लगाती रही है कि राव नेहरू-गांधी परिवार से नहीं थे, इसलिए कांग्रेस ने उनकी लगातार उपेक्षा की।

नेहरू-गांधी परिवार के बाहर से राव ऐसे पहले व्यक्ति थे जिन्होंने प्रधानमंत्री के तौर पर पूरे पांच साल का कार्यकाल पूरा किया। प्रधानमंत्री बनने से पहले राव विदेश मंत्री, गृह मंत्री और रक्षा मंत्री सहित कई अन्य महत्वपूर्ण पदों पर भी रहे।

वे 1971 से 73 तक आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। राव का जन्म 28 जून 1921 को करीमनगर में हुआ था जो अब तेलंगाना का हिस्सा है।