पाकिस्तान में चुनाव से 9 दिन पहले रैली में बम धमाका, इमरान खान की पार्टी के 4 नेताओं की मौत…

पाकिस्तान में आम चुनाव से ठीक नौ दिन पहले चुनावी रैली के दौरान बम धमाका हुआ है। बलूचिस्तान में पीटीआई की चुनावी रैली के दौरान बम विस्फोट से चार लोगों…

पाकिस्तान में चुनाव से 9 दिन पहले रैली में बम धमाका, इमरान खान की पार्टी के 4 नेताओं की मौत…

पाकिस्तान में आम चुनाव से ठीक नौ दिन पहले चुनावी रैली के दौरान बम धमाका हुआ है।

बलूचिस्तान में पीटीआई की चुनावी रैली के दौरान बम विस्फोट से चार लोगों की मौत हो गई। स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, मरने वाले लोग इमरान खान की पार्टी पीटीआई के सदस्य बताए जा रहे हैं।

इस बम धमाके में पांच अन्य घायल भी हुए हैं। बताया जा रहा है कि इमरान खान को साइफर मामले में 10 साल की जेल की सजा सुनाए जाने के बाद पीटीआई ने इमरान के समर्थन में चुनावी रैली का आयोजन किया था।

पाक मीडिया डॉन में छपि खबर के मुताबिक, बलूचिस्तान के सिबी में पीटीआई ने एक चुनावी रैली का आयोजन किया था। यह रैली इमरान खान को जेल की सजा के विरोध में आयोजित की गई थी।

इस रैली के दौरान बम धमाका हो गया, जिसमें पीटीआई से जुड़े 4 नेताओं की मौत हो गई।

सिबी में जिला मुख्यालय अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बाबर ने कहा है कि घायलों का इलाज किया जा रहा है। बता दें कि पाकिस्तान में यह घटना आठ फरवरी को होने वाले आम चुनाव से ठीक नौ दिन पहले की है।

मरने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है
सिबी स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) जकाउल्लाह गुज्जर के अनुसार, घायल लोगों को सिविल अस्पताल ले जाया गया है। उन्होंने कहा कि घायलों में अधिकतर की हालत गंभीर है और आशंका जताई कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।

गुज्जर ने कहा कि घटना की सूचना मिलते ही सुरक्षा बल विस्फोट स्थल पर पहुंच गए और इलाके की घेराबंदी कर दी। उन्होंने कहा, “एक बम निरोधक दस्ता अपराध स्थल से सबूत इकट्ठा कर रहा है।”

उधर, इस घटनाक्रम पर पीटीआई ने एक बयान में कहा कि बम विस्फोट पार्टी समर्थित उम्मीदवार सद्दाम तरीन द्वारा आयोजित एक चुनावी रैली में हुआ, जो एनए-253 (ज़ियारत) निर्वाचन क्षेत्र से आगामी चुनाव लड़ रहे हैं।

बयान में कहा गया है कि घटना में पीटीआई के तीन कार्यकर्ता मारे गए और सात घायल हो गए, जबकि तरीन सुरक्षित हैं।

पार्टी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “हम इस दिल दहला देने वाली घटना की कड़ी निंदा करते हैं और मांग करते हैं कि पीटीआई कार्यकर्ताओं के बजाय आतंकवादियों को चुप कराने ध्यान दिया जाना चाहिए।”