दुर्ग-छत्तीसगढ़ में अलग-अलग कमरों में मिले दो भाइयों के सड़े-गले शव, मकान से बदबू आने पर पड़ोसियों ने दी सूचना

दुर्ग. दुर्ग जिले के कुम्हारी थाना क्षेत्र के खारुन ग्रीन कॉलोनी के एक मकान में दो भाइयों की लाश मिलने से सनसनी फैल गई। बीते शुक्रवार को बदबू से परेशान…

दुर्ग-छत्तीसगढ़ में  अलग-अलग कमरों में मिले दो भाइयों के सड़े-गले शव, मकान से बदबू आने पर पड़ोसियों ने दी सूचना

दुर्ग.

दुर्ग जिले के कुम्हारी थाना क्षेत्र के खारुन ग्रीन कॉलोनी के एक मकान में दो भाइयों की लाश मिलने से सनसनी फैल गई। बीते शुक्रवार को बदबू से परेशान पड़ोसियों ने कुम्हारी पुलिस को सूचना दी। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और घर का दरवाजा तोड़कर अंदर गई तो दो कमरे में दो भाइयों के शव मिले। पुलिस ने दोनों को शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।

कुम्हारी पुलिस को सूचना मिली कि खारुन ग्रीन के एक मकान से बदबू आ रही है। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंचकर मकान का दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी। पुलिस ने देखा कि अलग-अलग कमरों में दो लाशें पड़ी थीं। जो लड़ी-गली हालत में थी और जिसके चलते बदबू पूरी कॉलोनी में बदबू फैल गई थी। छावनी नगर पुलिस अधीक्षक हरीश पाटिल ने बताया कि शव दो सगे भाइयों के हैं। जो मकान के अंदर से अलग-अलग कमरों से मिले हैं। आसपास के लोगों ने बदबू आने पर पुलिस को सूचना दी। पुलिस दरवाजा तोड़कर मकान के अंदर घुसी। मृतकों की शिनाख्त हिमांशु शर्मा (36) और सुधांशु शर्मा (32) के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि दो वे पीलिया बीमारी से ग्रसित थे और उनके कमरे से शराब की बोतल भी बरामद हुई हैं। जिससे आशंका जताई जा रही है कि दोनों की शराब के सेवन से मौत हुई है।

जानकारी के अनुसार, मृतक पहले भिलाई-3 के पास सिरसा कला में रहते थे, सिरसा कला में उनकी किराने की दुकान थी। पांच साल पहले सिरसा कला का मकान और दुकान बेचकर खारुन ग्रीन में शिफ्ट हो गए थे। माता-पिता की मौत के बाद दोनों भाई अकेले रहते थे। बड़े भाई हिमांशु ने पार्थिवी कॉलेज से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी और वह जमीन खरीदी-बिक्री का काम करता था। वहीं, छोटा भाई सुधांशु पैर से दिव्यांग था, जो घर पर ही रहता था। फिलहाल पुलिस इस मामले में सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। आखिर दोनों की भाइयों की मौत कैसे हुई यह अभी सवाल बना हुआ है। पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।